Edited By Ajay kumar,Updated: 25 Dec, 2019 02:32 PM
नागरिकता कानून पर हुए हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि यह लोकतंत्र है, प्रदर्शन हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। मगर इसकी...
लखनऊः नागरिकता कानून पर हुए हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि यह लोकतंत्र है, प्रदर्शन हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। मगर इसकी आड़ में हिंसा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार किसी भी धर्म और कौम के खिलाफ नाइंसाफी नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि CAA के विषय में बड़े पैमाने पर आम लोगों के बीच में गलतफहमी फैलाई जा रही है जिसे दूर करने की जरूरत है।
बता दें कि मौका था लखनऊ में आयोजित इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की बैठक का, जिसका उद्देश्य था देशभर में अमन और शांति कायम करने का। बैठक की अगुआई करते हुए मौलाना ख़ालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि CAA के विरोध में जहां भी प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं हुई हैं, उनकी उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए, इसके बाद ही कोई कानूनी कार्रवाई हो। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि निर्दोषों को परेशान न किया जाए।
कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने यकीन दिलाया कि कानून के खिलाफ कोई काम नहीं किया जाएगा। वहीं, कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने जिला प्रशासन और पुराने लखनऊ के नागरिकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि 19 दिसंबर की घटना के बाद जिस तरह सबका सहयोग हासिल हुआ है, उसमें लखनऊ की सभ्यता की झलक नजर आती है। प्रशासन अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी के साथ अदा करने की कोशिश कर रहा है।