Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 02 Feb, 2021 07:30 PM
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान के चुनिंदा स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को वर्तमान शैक्षिक सत्र से रिलायंस फाउंडेशन की ओर से छात्रवृत्ति के तौर पर चार
वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय के भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान के चुनिंदा स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को वर्तमान शैक्षिक सत्र से रिलायंस फाउंडेशन की ओर से छात्रवृत्ति के तौर पर चार से छह लाख रुपये दी जाएंगी। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने मंगलवार को बताया कि शैक्षिक सत्र 2020-21 से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में अधिकतम 40 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्तियां प्रदान करने के लिए रिलायंस फाउंडेशन के साथ एक स्वीकृति पत्र पर हस्ताक्षर किए गये हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी एवं रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अंबानी द्वारा इस छात्रवृत्ति को शुरु किया है।
प्रोफेसर जैन ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य आईआईटी (बीएचयू) के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को बौद्धिक रूप से और सशक्त बनाना है। यह कोशिश नए स्कॉलर्स की एक कम्यूनिटी का निर्माण करने में सहयोगी साबित होगी जो कल के भारत का वैश्विक लीडर बन कर उभर सकते हैं। उन्होंने बताया कि भविष्य में इस छात्रवृत्ति के अंतर्गत कवर किए गए क्षेत्र का विस्तार करने का इरादा है जिससे अन्य क्षेत्रों में अध्ययनरत छात्रों को भी ऐसी मदद का लाभ मिल सके।
आईआईटी शैक्षणिक मामलों के डीन प्रोफेसर श्याम बिहारी द्विवेदी ने बताया कि छात्रवृत्ति का लाभ उठाने के लिए विद्यार्थियों को अपने पहले वर्ष में दाखिला लेने एवं कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) या एआई में डिग्री हासिल करने की आवश्यकता है। चयनित स्नातक विशिष्ट विद्यार्थियों को चार वर्ष की अवधि के लिए प्रति वर्ष एक लाख के आधार पर कुल चार लाख रुपये दिये जाएंगे जबकि स्नातकोत्तर कक्षा में इसी श्रेणी में दो वर्ष की अवधि के लिए प्रति वर्ष तीन लाख रूपये के आधार पर कुल छह लाख रुपये दिये जाने का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति के लिए पत्र विद्यार्थियों का चयन आवेदकों की व्यक्तिगत योग्यता के आधार पर किया जाएगा। रिलायंस फाउंडेशन के स्वतंत्र विशेषज्ञ का एक दल मूल्यांकन के आधार पर चयन करेगा करेगा। प्रोफेसर द्विवेदी ने बताया कि आईआईटी (बीएचयू) के कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विषयों का अध्ययन कर रहे बीटेक चार वर्ष, बीटेक-एमटेक ‘डुअल' डिग्री पांच वर्ष और मैथमैटिक्स एवं कंप्यूटिंग में बीटेक-एमटेक की ‘डुअल डिग्री' पांच वर्ष के विद्यार्थी इस इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकेंगे।