Edited By Mamta Yadav,Updated: 19 Aug, 2022 10:19 AM

धरती का भगवान कहे जाने वाला डॉक्टर जब लापरवाह हो जाए तो मरीज का हाल बेहाल होना निश्चित ही है। जब डॉक्टर अपने फर्ज से हटकर मरीज के साथ खिलवाड़ करता है तो वह किसी यमराज से कम नहीं आंका जा सकता। ऐसा ही मामला अलीगढ़ के मुस्लिम यूनिवर्सिटी से सामने आया...
अलीगढ़: धरती का भगवान कहे जाने वाला डॉक्टर जब लापरवाह हो जाए तो मरीज का हाल बेहाल होना निश्चित ही है। जब डॉक्टर अपने फर्ज से हटकर मरीज के साथ खिलवाड़ करता है तो वह किसी यमराज से कम नहीं आंका जा सकता। ऐसा ही मामला अलीगढ़ के मुस्लिम यूनिवर्सिटी से सामने आया है। कांग्रेस नेता राजा भैया ने जेएन मेडिकल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए मेडिकल कॉलेज को कटघरे में खड़ा करते हुए एवं ब्लड बैंक में डॉ ना होने और प्रॉक्टर ऑफिस के सुरक्षाकर्मी द्वारा ब्लड निकालने के ऊपर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
राजा भैया ने कहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज में सीनियर डॉक्टर अपनी जगह पर जूनियर डॉक्टर को छोड़कर चैन की नींद सोते हैं, वहीं जूनियर डॉक्टर लापरवाही से पेश आते हैं मरीजों के साथ बदतमीजी से लेकर गालियां तक देते हैं। इनकी गलतियों को अगर कोई छात्र उजागर करता है तो उसके खिलाफ यह धरने पर बैठ जाते हैं। मजबूरन मेडिकल प्रशासन को मासूम छात्रों पर कार्यवाही करनी पड़ती है।
कांग्रेस नेता ने बताया कि यह मामला बुधवार रात का है। जहाँ एक मरीज का फोन आया कि उनको खून की जरूरत है। तो मैं अपने भाई के साथ तत्काल रात के 2 बजे ब्लड बैंक पहुंचा, वहां देखा कि कोई भी डॉक्टर या ब्लड बैंक की देखरेख वाला कर्मचारी मौजूद नहीं है। ब्लड बैंक में मौजूद सुरक्षाकर्मी ही ब्लड ले रहा है और ब्लड की टेस्टिंग कर रहा है। अब इसी के खिलाफ अगर छात्र मेडिकल के उच्च अधिकारी से शिकायत करते हैं। तो ये डॉक्टर छात्रों के खिलाफ धरने पर बैठ जाएंगे और मासूम छात्रों को मुकदमे झेलने पड़ेंगे, लेकिन कोई भी अधिकारी इस घटना के खिलाफ कार्यवाही करने को तैयार नहीं हैं। चाहे किसी मरीज की जान क्यों न चली जाए इतनी बड़ी गलती कैसे हो सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इससे तो फिर यह समझा जाए कि ऊपर से नीचे तक सारे अधिकारी और डॉक्टर मिले हुए हैं और मरीजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जब इस मामले में प्रॉक्टर वसीम अली से बात की गई तो उन्होंने तत्काल ब्लड बैंक के ड्यू, डॉक्टर एवं प्रिंसिपल को जांच के आदेश दिए हैं। जांच के बाद जो भी इसमें कर्मचारी लिप्त होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।