Edited By Deepika Rajput,Updated: 07 Aug, 2019 12:57 PM
सावन के मौसम में पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर एक बार फिर गंगा में दिखना शुरू हो गया है। कुछ दिनों से गंगा में बढ़ते जलस्तर ने वाराणसी में लोगों की चिंता बढ़ा दी है, जिसके चलते काशी के दशाश्वमेध घाट पर रोज होने वाली विश्वप्रसिद्ध सांध्य आरती का स्थल...
वाराणसीः सावन के मौसम में पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर एक बार फिर गंगा में दिखना शुरू हो गया है। कुछ दिनों से गंगा में बढ़ते जलस्तर ने वाराणसी में लोगों की चिंता बढ़ा दी है, जिसके चलते काशी के दशाश्वमेध घाट पर रोज होने वाली विश्वप्रसिद्ध सांध्य आरती का स्थल बदल दिया गया है।
आरती के सातों प्लेटफॉर्म के नजदीक गंगा का पानी आ गया है। आयोजक की ओर से एहतियातन आरती के सातों स्थल लगभग 10 फीट तक पीछे विस्थापित कर दिए गए हैं। सावन मेले की वजह से यहां आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से भी आरती स्थल को विस्थापित किया गया है। इसी नए स्थल पर गंगा आरती संपन्न हुई। माना जा रहा है कि अगर ऐसे ही गंगा का जलस्तर बढ़ता रहा तो गंगा घाटों का आपसी संपर्क भी टूट सकता है।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी गंगा का जलस्तर पिछले 2 दिनों से बढ़ोतरी पर है। लगभग 8 से 10 फीट पानी दो दिन में बढ़ चुका है। इसी को देखते हुए दशाश्वमेध घाट पर होने वाली आरती का स्थान परिवर्तित किया गया है। जैसे-जैसे गंगा का पानी बढ़ेगा वैसे-वैसे आरती पीछे कर दी जाएगी।