Kaushambi: नवनिर्मित सरकारी दीवार ढहने के मामले में इंजीनियर के खिलाफ FIR, मलबे में दबने से 76 भेड़ों की मौत

Edited By Mamta Yadav,Updated: 12 Oct, 2022 10:54 PM

fir against engineer in case of newly constructed government wall collapse

उत्तर प्रदेश के कौशांबी में जिला मुख्यालय स्थित मंझनपुर नगर पालिका द्वारा बनाई गई नवनिर्मित दीवार अचानक ढह जाने से उसके मलबे में 113 भेड़ें दब गयीं। जिनमें से 76 भेड़ों की मृत्यु हो गई। इस मामले में जिलाधिकारी ने बुधवार को सख्त कारर्वाई करते हुए...

कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी में जिला मुख्यालय स्थित मंझनपुर नगर पालिका द्वारा बनाई गई नवनिर्मित दीवार अचानक ढह जाने से उसके मलबे में 113 भेड़ें दब गयीं। जिनमें से 76 भेड़ों की मृत्यु हो गई। इस मामले में जिलाधिकारी ने बुधवार को सख्त कारर्वाई करते हुए जिम्मेदार इंजीनियर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा दी है ओर पशुधन की क्षति के एवज में भेड़ मालिकों को मुआवजा दे दिया है।       

पशुपालकों के खाते में 3.04 लाख रुपये की सहायता राशि अंतरित
जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से बुधवार को देर शाम बताया गया कि नगरपालिका के अवर अभियंता के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। साथ ही जिन पशुपालकों की 76 भेड़ें मर गयीं उनके बैंक खाते में 3.04 लाख रुपये की सहायता राशि अंतरित कर दी गई है।  इससे पहले पुलिस ने बताया था कि मंझनपुर दुर्गा मंदिर के मेला मैदान में नगर पालिका द्वारा चाहारदीवारी बनाई जा रही है। कल देर शाम से हो रही बारिश से बचने के लिये रास्ते से निकल रहे भेड़ों का झुंड नवनिर्मित दीवार के बगल में खड़ा हो गया। इसी दौरान अचानक दीवार भरभरा कर गिर गई। इसके मलबे में सभी भेड़ें दब गयीं।       

निर्माणाधीन दीवार की गुणवत्ता की जांच में लापरवाही उजागर
पशुपालकों द्वारा इस हादसे की सूचना अधिकारियों को दी गई। सूचना पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी से मलबे में दबी भेड़ों को निकालने का कार्य शुरू किया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब तक दो दर्जन भेड़ों को जिंदा निकाल लिया गया, जबकि 76 भेड़ें मर गई। ये भेड़ें गांधीनगर मोहल्ला निवासी रमेश पाल, बब्बूपाल, धनराज पाल सहित चार पशुपालकों की है। इस मामले में जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने तत्काल एडीएम वित्त के नेतृत्व में 3 सदस्य टीम गठित कर नगर पालिका की निर्माणाधीन दीवार की गुणवत्ता की जांच करायी। जांच कमेटी द्वारा प्रस्तुत की आख्या में बताया गया कि निर्माणकार्य गुणवत्ताविहीन है।

इस पर नगरपालिका के अवर अभियंता के विरुद्ध मंझनपुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस मामले में शिथिलता बरतने का दोषी मानते हुए नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार मिश्रा को अन्यत्र स्थानांतरित कर विभागीय जांच कराए जाने के लिए प्रमुख सचिव, नगर विकास को पत्र लिखा गया है।

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