Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 15 Jun, 2024 10:31 AM
यूपी के सहारनपुर में बीएसपी के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय ...
सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर में बीएसपी के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूर्व एमएलसी की 4 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों को अटैच कर दिया है। यहां यूनीवर्सिटी की 4,440 करोड़ रुपए की कीमत की इमारत और जमीन कुर्क की गई है। यह कार्रवाई अवैध खनन के मामले में हुई है।
अटैच की गई संपत्तियों में सहारनपुर स्थित 121 एकड़ जमीन और ग्लोकल यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग शामिल है। इस यूनिवर्सिटी का जिम्मा उसके भाई और बेटों पर था। मोहम्मद इकबाल बीते कई महीनों से फरार चल रहा है। वह अरब देशों में पनाह लिए है। इकबाल के खिलाफ देश की कई एजेंसिया जांच कर रही है। इकबाल पर मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खनन जैसे कई गंभीर आरोप लगे हैं। मोहम्मद इकबाल, ट्रस्ट और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ की गई ये कार्रवाई अवैध खनन मामले से जुड़ी है। ईडी के अनुसार, पूर्व एमएलसी फरार है। माना जा रहा है कि वह दुबई में है। मोहम्मद इकबाल के चार बेटे हैं। बेटों और भाई के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, जो जेल में बंद हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बयान में कहा कि ये संपत्तियां अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर दर्ज हैं, इन पर मोहम्मद इकबाल और उनके परिवार के सदस्यों का कंट्रोल था। पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल पिछले काफी लंबे समय से फरार है। माना जा रहा है वह कि वह दुबई में है। देश भर की एक दर्जन से भी ज्यादा एजेंसियां कर रही है। जांच में पता चला कि सभी खनन फर्मो का स्वामित्व और संचालन मोहम्मद इकबाल के पास था। इकबाल और उसकी करीबियों की कंपनियां और फर्मे सहारनपुर और आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर अवध खनन में शामिल थी। इसके जरिए इकबाल के साथ करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया जबकि इन कंपनियों से उनका कोई कारोबारी संबंध नहीं था। इस अवैध कमाई को आयकर विवरण में छुपाया गया।
बाद में यह सारी धनराशि अब्दुल वहीद एजुकेशनल ट्रस्ट के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी गई। अधिकतर रकम को सुरक्षित कर्ज और दान के रूप में दिया जाना दर्शाया या था। बाद में इस धनराशि का उपयोग यूनिवर्सिटी की भूमि खरीदने और भावनाओं के निर्माण के लिए किया गया। इस तरह लगभग 500 करोड रुपये ट्रस्ट के जरिए ग्लोबल यूनिवर्सिटी में निवेश किए गए। वर्तमान में यूनिवर्सिटी की भूमि और भावनाओं की बाजार में कीमत 4400 करोड रुपये है। फिलहाल पूर्व एमएलसी इकबाल के भाई और चारों बेटे अलग-अलग जेल में बंद है और परिवार के सभी सदस्य फरार हैं।