Edited By Ramkesh,Updated: 17 Jun, 2024 12:59 PM
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पेपर लीक मामले को लेकर एक बार फिर सरकार पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि विभिन्न परीक्षाओं का पेपर लीक होना, परीक्षा में सेंटर से लेकर सॉल्वर तक की धांधली होना, परीक्षा कराने वाली...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पेपर लीक मामले को लेकर एक बार फिर सरकार पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि विभिन्न परीक्षाओं का पेपर लीक होना, परीक्षा में सेंटर से लेकर सॉल्वर तक की धांधली होना, परीक्षा कराने वाली एजेंसी का काम शक के घेरे में आना, रिजल्ट में ग्रेस मार्क्स की हेराफेरी होना, मनचाहे सेंटर मिलना, एक ही सेंटर से कई कैंडिडेट का सेलेक्ट होना और 100% आना केवल एग्जाम मैनेजमेंट की समस्या नहीं है।
पुलिस भर्ती, एआरओ, जैसी परीक्षाएं रद्द हुई तो इस बात की क्या गारंटी कि दोबारा घोटाला नहीं होगा
अखिलेश ने कहा कि इन सबसे बढ़कर ये एक मानसिक त्रासदी है जिससे न केवल परीक्षा देने वाले युवा बल्कि उनके माता-पिता भी ग्रसित हो रहे हैं। अगर पुलिस भर्ती, एआरओ, नीट जैसी धांधली की शिकार अन्य परीक्षाएं रद्द होकर दोबारा होती भी हैं तो इस बात की गारंटी कौन लेगा कि अगली बार परीक्षा आयोजित किये जाने पर ऐसा कुछ भी घपला-घोटाला नहीं होगा। जब सरकार वही है और उसकी व्यवस्था भी वही है तो ये सब धाँधलियाँ कहीं फिर से सरकार संरक्षित ‘परीक्षा माफ़ियाओं’ के लिए पैसा कमाने का ज़रिया न बन जाएं।
युवाओं के मामलों को अपने चौतरफ़ा भ्रष्टाचार से मुक्त रखे
युवा मानस वैसे ही बहुत नाज़ुक होता है, ऐसे में उनको संभालना माता-पिता के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होता है। ऐसी घटनाओं से हताश-निराश होकर, जब माता-पिता ख़ुद व्यवस्था पर भरोसा खो देते हैं और उन्हें अपने बच्चों का भविष्य अंधकारमय दिखने लगता है तो भला वो क्या अपने बच्चों का सहारा बनेंगे। इसलिए सरकार इस संकट को एक मनोवैज्ञानिक दृष्टि से भी देखे और कम-से-कम युवाओं के मामलों को अपने चौतरफ़ा भ्रष्टाचार से मुक्त रखे। ये देश के भविष्य का सवाल है।
नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में अब तक 13 लोगों गिरफ्तार
गौरतलब है कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने छह पीडीसी (पोस्ट-डेटेड चेक) बरामद किए हैं, जिनके बारे में संदेह है कि ये माफिया के पक्ष में जारी किये गये थे। पिछले महीने आयोजित नीट परीक्षा से पहले कथित लीक प्रश्नपत्र की मांग करने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी से 30 लाख रुपये से अधिक की मांग की गई थी। ईओयू के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने रविवार को कहा, ‘‘जांच के दौरान, ईओयू के अधिकारियों ने छह ‘पोस्ट-डेटेड चेक' बरामद किए, जो उन अपराधियों के पक्ष में जारी किए गए थे, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे।'' उन्होंने बताया कि जांचकर्ता संबंधित बैंकों से खाताधारकों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ईओयू ने कथित नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार परीक्षार्थी और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सभी आरोपी बिहार के हैं। ढिल्लों ने बताया कि ईओयू ने नौ अभ्यर्थियों (बिहार से सात और उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से एक-एक) को भी जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया है। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) 2024 का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर 24 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए किया गया था। नीट-यूजी 2024 का परिणाम चार जून को घोषित किया गया था। परिणाम घोषित होते ही हंगामा मच गया और कई छात्रों ने विसंगतियों का आरोप लगाया। नीट-यूजी परीक्षा देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा आयोजित की जाती है।