UP Election: लोक सभा चुनाव ने पहले Akhilesh की नई चाल, क्या भेद पाएंगे CM Yogi का अभेद किला?

Edited By Imran,Updated: 15 Jun, 2023 04:12 PM

cm yogi s eye on akhilesh s every move

UP Election: उत्तर प्रदेश में साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर पक्ष-विपक्ष अपने-अपने कील कांटे दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। इसी बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव एक नई चाल चलने की तैयारी करने में लगे हुए हैं। अखिलेश चुनाव होने से पहले सीएम योगी...

UP Election: उत्तर प्रदेश में साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर पक्ष-विपक्ष अपने-अपने कील कांटे दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। इसी बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव एक नई चाल चलने की तैयारी करने में लगे हुए हैं। अखिलेश चुनाव होने से पहले सीएम योगी के किले को घेराबंदी करने की कोशिश कर रहें हैं। 

दरअसल,  मिशन 2024 की तैयारियों में जुटी सपा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने का काम कर रही है। अगला प्रशिक्षण शिविर गोरखपुर में रखने का संकेत मिल रहा है। अखिलेश यादव ने गोरखपुर जनपद अंतर्गत आने वाली सभी 9 विधानसभाओं के नेताओं को आज लखनऊ बुलाया है। बैठक में पूर्व विधायकों, नगर निगम चुनाव में निर्वाचित पार्षदों, सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को न्योता दिया गया है। लखनऊ पहुंचे नेताओं का कहना है कि समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव की जबरदस्त तैयारी में जुटी है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव बैठक को संबोधित करेंगे। 

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मिल रही जानकारी के अनुसार, गोरखपुर में होने वाले प्रशिक्षण शिविर की तारीख का जल्द एलान हो सकता है।  समाजवादी पार्टी की कोशिश इस बार गोरखपुर में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की है। इसलिए अगला प्रशिक्षण शिविर गोरखपुर में आयोजित करने का फैसला लिए जाने की उम्मीद है। बता दें कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव की आहट को देखकर एक्टिव हो गए हैं। कभी पार्टी का प्रशिक्षण शिविर होता है, कभी वोटर लिस्ट में गड़बड़ी रोकने के लिए पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की जाती है।

‘80 हराओ-बीजेपी हटाओ
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव जीतने के लिए इस बार सपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सपा की हर नई चाल पर नजर बनी हुई है। वहीं, अखिलेश यादव सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार से हटाने का आह्वान करते हुए ‘80 हराओ-बीजेपी हटाओ’ का नया नारा दिया है।

अखिलेश यादव के नारे का मतलब है कि बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए अगले साल लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जीत जरूरी है। पिछले लोकसभा चुनाव में मायावती के नेतृत्व की बसपा से सपा का गठबंधन था। गठबंधन में 10 सीटों पर बसपा और पांच सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के खाते में एक सीट और शेष 64 सीटों पर सत्तारूढ़ पार्टी ने जीत का परचम लहराया था।

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भाजपा ने भी कसी हुई है कमर
लोकसभा चुनाव में सपा को रोकने के लिए भाजपा ने भी अपनी कमर अभी से कसी हुई है। बीजेपी के प्रदेश के अलग-अलग जगह पर टिफिन कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर केंद्र के मंत्री, दिनेश लाल यादव समेत मनोज तिवारी भी यूपी के मैदान में अपनी पार्टी के द्वारा किए कामों को जन-जन तक पहुंचाने का काम रही है। 

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