Edited By Pooja Gill,Updated: 03 Dec, 2024 03:49 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। सीएम योगी ने कार्यक्रम के दौरान राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरित किए। साथ ही मेधावी...
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। सीएम योगी ने कार्यक्रम के दौरान राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरित किए। साथ ही मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को याद करते हुए कहा कि आज उनकी जयंती भी है।
सीएम ने कई महापुरुषों का दिया उदाहरण
विश्व दिव्यांग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय अधिवक्ता दिवस भी है। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती भी है। डॉ राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे। देश की संविधान सभा के अध्यक्ष भी थे। सीएम योगी ने आगे कहा कि दिव्यंगता एक शारीरिक कम मानसिक स्थिति मानी जाती है। उन्होंने ऋषि अष्टावक्र और सूरदास का उद्धारण देते हुए कहा कि उनके बिना श्री कृष्ण कथा पूरी हो सकती है क्या? इस दौरान उन्होंने दुनिया को फिजिक्स की नई थ्योरी देने वाले वैज्ञानिक स्वामी रामभद्राचार्य को भी याद किया। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे अनेक उदाहरण हमारे सामने हैं, जिन्हें मंच मिला, समाज का थोड़ा प्रोत्साहन और संबल मिला तो उन्होंने अपनी प्रतिभा का लाभ मानवता देश को दिया है। यह साबित किया कि हम किसी से कम नहीं हैं।
'कॉलेज की संख्या और बढ़ाई जानी चाहिए'
सीएम योगी ने दिव्यंगता को सौभाग्य बताते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि आज राज्य के अंदर दो-दो दिव्यांग विश्वविद्यालय हैं। उनके लिए कॉलेज अलग से संचालित है। लेकिन, मेरा मानना है कि इन कॉलेज की संख्या और बढ़ाई जानी चाहिए। इसमें पढ़ाने वाले शिक्षकों को अधिक सुविधाएं और मानदेय मिलना चाहिए। आज 21 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 46 विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया है। सम्मानित होने वाले छात्रों ने 90-95 फीसदी तक अंक प्राप्त किए हैं। सीएम ने कहा कि दिव्यांग बच्चों द्वारा पेश मधुर गीत में अद्भुत मिठास थी। बच्चों का अनुशासित व्यवहार दिखाता है कि आप काम करेंगे तो रिजल्ट अपने आप आपकी काबिलियत बताएगा।