Edited By Deepika Rajput,Updated: 27 Aug, 2018 05:13 PM
उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में सोमवार को विपक्ष के हंगामे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाखुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि चंद लोग विधानसभा को बंधक बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है। मुख्यमंत्री योगी...
लखनऊः उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में सोमवार को विपक्ष के हंगामे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाखुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि चंद लोग विधानसभा को बंधक बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष नकारात्मक रवैये के कारण सदन में सार्थक बहस में रोड़े अटका रहा है। जिसका खामियाजा अन्य सदस्यों और प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस कानून व्यवस्था को विपक्ष मुद्दा बना रहा है, उसकी स्थिति पिछले डेढ़ दशकों के दौरान मौजूदा समय में सबसे बेहतर है। प्रदेश मे निवेश का माहौल बना। इन्वेस्टर्स समिट इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। पिछली फरवरी में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में 4.68 लाख करोड रूपये के एमओयू साइन किए गए, जबकि 29 जुलाई को 60 हजार करोड़ रूपये की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई। सरकार जल्द ही 50 हजार करोड़ के निवेश की शुरुआत करने जा रही है।
बता दें कि, सदन की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेसी विधायकों ने देवरिया बालिका गृह कांड को लेकर जमकर हंगामा किया। जिसके कारण विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को 2 बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी दलों का यह रवैया 12:20 बजे शुरू हुए अनुपूरक बजट पेश करने के दौरान भी जारी रहा। हालांकि, हंगामे और नारेबाजी के बीच सरकार ने बजट प्रस्तावों को सदन के पटल पर पेश कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।