Edited By Ramkesh,Updated: 22 Aug, 2024 07:39 PM
लोकसभा चुनावों के बाद पहली बार सहारनपुर मंडल के सहारनपुर और मुजफ्फरनगर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से समस्याएं जानीं। उन्होंने एक-एक पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि से बातचीत की और भरोसा...
सहारनपुर: लोकसभा चुनावों के बाद पहली बार सहारनपुर मंडल के सहारनपुर और मुजफ्फरनगर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से समस्याएं जानीं। उन्होंने एक-एक पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि से बातचीत की और भरोसा दिया कि समस्याओं का समाधान किया जाएगा। एक पदाधिकारी ने मुख्यमंत्री से कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी उनकी नहीं सुनते हैं और ना ही उन्हें कोई तवज्जों देते हैं।
लोकसभा चुनाव में पार्टी का निराशाजनक प्रदर्शन
बैठक के दौरान योगी ने लोकसभा चुनाव में सहारनपुर, कैराना और मुजफ्फरनगर में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की समीक्षा की।हालांकि पूर्व में पार्टी हार की समीक्षा कर चुकी है, जिसमें पार्टी की गुटबाजी और जनप्रतिनिधियों का पूरा सहयोग ना मिलना हार की बड़ी वजह सामने आया था। सहारनपुर पुलिस लाइन के सभागार में भाजपा के जनप्रतिनिधियों और संगठन के पदाधिकारियों से योगी ने कहा कि लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों ने भाजपा के खिलाफ आरक्षण खत्म करने और संविधान बदलने संबंधी झूठे प्रचार किए थे जिससे भ्रमित होकर लोगों ने भाजपा के खिलाफ मतदान किया और भाजपा की सीटें गिरकर आधी रह गईं।
पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा सीएम योगी के सामने रखी समस्याएं
मुख्यमंत्री की बैठक में भूमि विकास बैंक नानोता के अध्यक्ष ठाकुर अजीत सिंह ने कहा कि भूमि विकास बैंक किसानों को साढ़े 11 फीसदी वार्षिक की दर पर कर्ज देता है जबकि सहकारी बैंक किसानों को मात्र तीन प्रतिशत वार्षिक की दर पर कर्ज उपलब्ध कराता है। राष्ट्रीयकृत बैंकों की ब्याज दर भी काफी कम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस पर विचार करेगी। कैराना के पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी, सहारनपुर के पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, नगर विधायक राजीव गुंबर, जिला सहकारी बैंक के जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष मांगेराम चौधरी आदि ने भी समस्याएं रखीं।
ज्यादा से ज्यादा सहारनपुर में प्रवास करें जनप्रतिनिधि
मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद प्रत्येक व्यक्ति से परिचय लिया और समस्याएं जानी। उन्होंने बैठक में मौजूद सहारनपुर के प्रभारी मंत्री प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय से कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा सहारनपुर में प्रवास करें और यहां जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों में समन्वय बनाने का काम करें। बैठक में मौजूद मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने समस्याओं को नोट किया। इसके बाद मुख्यमंत्री सकिर्ट हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने करीब एक घंटा जिले की कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी ली और विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में कमिश्नर डा. र्ह्षिकेश भाष्कर यशोद, डीआईजी अजय साहनी, डीएम मनीष बंसल ने जिले की स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को सीएम योगी ने लगाई फटकार
बैठक में मुख्यमंत्री ने जिला पंचायत अध्यक्ष मांगेराम चौधरी की शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी उपेंद्र कुमार को कड़ी चेतावनी देते हुए सुधरने के निर्देश दिए। कहा कि 10 दिन में कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ तो उनके खिलाफ कड़ी कारर्वाई की जाएगी और उन्हें निर्देश दिए कि वे जिला पंचायत अध्यक्ष से समन्वय बनाकर काम करें।
मीरापुर विधानसभा सीट को लेकर पदाधिकारियों से लिया फीड बैक
मुख्यमंत्री करीब 12 बजे सहारनपुर पुलिस लाइन पहुंचे जहां पूर्व मंत्री डा. धर्मसिंह सैनी, पूर्व मंत्री संजय गर्ग, पूर्व विधायक नरेश सैनी, पूर्व विधायक जगपाल सिंह, जिलाधिकारी मनीष बंसल, एसएसपी रोहित सिंह संजवान ने स्वागत किया। इससे पूर्व सरसावा हवाई अड्डे पर भाजपा के प्रमुख नेताओं अमित गगनेजा, मेलाराम पंवार, कृष्णलाल अरोड़, विजय महेश्वरी, हेमंत अरोड़, कमिश्नर डा. र्ह्षिकेश भाष्कर यशोद और डीआईजी अजय साहनी ने मुख्यमंत्री को पुष्प भेंटकर उनकी अगवानी की। जहां से वे हेलीकाप्टर से सहारनपुर से पुलिस लाइन गए और सहारनपुर में अपने कार्यक्रम निपटाकर वे सवा तीन बजे के करीब मुजफ्फरनगर के लिए हेलीकाप्टर से रवाना हो गए। जहां मीरापुर विधानसभा सीट को लेकर वे पाटर्ी के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से फीड बैक लिया।