Edited By Harman Kaur,Updated: 09 Apr, 2023 04:19 PM

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने रविवार को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन पूजन किया और प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में जाकर मत्था टेका....
अयोध्या: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने रविवार को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन पूजन किया और प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में जाकर मत्था टेका। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने श्री राम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन करने के बाद आरती में शामिल हुए और श्रीराम के मंदिर निर्माण कार्य का अवलोकन किया।
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'रामलला का भव्य मंदिर निर्माण देखकर मैं धन्य हो गया हूं'
मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहली बार अयोध्या भ्रमण पर आए शिंदे ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों और सांसदों के साथ रामलला के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि ‘‘ भगवान श्रीराम की नगरी में रामलला का भव्य मंदिर निर्माण देखकर मैं धन्य हो गया हूं। मेरा सपना था कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर भव्य रूप से बने जो आज बन रहा है।'' शिंदे ने दिगम्बर अखाड़ा के महंत रहे परमहंस रामचन्द्र दास की समाधि पर जाकर उनको नमन किया।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे।

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राम मंदिर निर्माण के लिए सागौन की लकड़ी महाराष्ट्र से आ रही- शिंदे
शिंदे ने कहा, “हम यहां से अयोध्या की मिट्टी लेकर अमरावती जाएंगे और वहां 111 फीट की बजरंगबली की प्रतिमा स्थापित करेंगे। यह भी हमारे लिए बहुत बड़ी बात है।” उन्होंने कहा, “राम मंदिर निर्माण के लिए सागौन की लकड़ी महाराष्ट्र से आ रही है। यह बहुत सौभाग्य की बात है कि राम मंदिर निर्माण में महाराष्ट्र का भी छोटा सा योगदान दिखाई पड़ रहा है।” शिंदे ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, “जो लोग कहते हैं कि ‘रावण राज' है, अब मैं उन लोगों से पूछूंगा कि जिसने हनुमान चालीसा का पाठ करने वाली सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा को देशद्रोह के आरोप में जेल में डालने का पाप किया था, वह रावण है या राम है?” उन्होंने मई 2020 में महाराष्ट्र के नांदेड़ में हुई साधुओं की हत्या के मामले का भी जिक्र करते हुए कहा, “और साधुओं का हत्याकांड जब हुआ, तो वह (उद्धव) चुपचाप बैठे थे, लेकिन हमारी सरकार में न साधु कांड होगा और न ही गरीब लोगों पर अत्याचार होगा। हम साधुओं का सम्मान करेंगे, उनकी रक्षा करेंगे।