Edited By Pooja Gill,Updated: 16 Dec, 2024 08:32 AM
लखनऊ: सोमवार से शुरु होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हंगामे के प्रबल आसार हैं। संभल की घटना को लेकर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी...
लखनऊ: सोमवार से शुरु होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हंगामे के प्रबल आसार हैं। संभल की घटना को लेकर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के अलावा कांग्रेस द्वारा सरकार को घेरने की संभावना है। वहीं, भ्रष्टाचार,स्वास्थ्य सेवायें और किसानो के मुद्दे को लेकर विपक्ष की मंशा सरकार पर प्रहार करने की होगी।
सपा ने तैयार की रणनीति
समाजवादी पार्टी सत्र के लिए रणनीति तैयार कर रही है। 17 दिसंबर को सुबह 10 बजे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने विधायकों के साथ पार्टी ऑफिस में बैठक करेंगे। सत्र के दौरान बिजली के निजीकरण, प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दों के साथ जनता से जुड़े कई अहम मुद्दों को लेकर घेरने की तैयारी है। सपा सत्र में संभल और बहराइच की घटनाओं का मुद्दा भी जोर-शोर से उठायेगी।
कल हुई थी सर्वदलीय बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ सर्वदलीय बैठक की। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की मौजूदगी में हुई बैठक में योगी ने कहा कि सदन में स्वस्थ चर्चा से प्रदेश का विकास और जनता की समस्याओं का समाधान होता है। हम सभी जनप्रतिनिधि हैं, हमें जनता के मुद्दों, उनकी समस्याओं को लेकर सदन में सुचारू रूप से चर्चा करनी चाहिए। मुख्यमंत्री व विधानसभा ने सदन के कुशल संचालन के लिए सभी दलों का सहयोग मांगा।
सदन सार्थक चर्चा का माध्यम होता हैः योगी
योगी आदित्यनाथ ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि सदन सार्थक चर्चा का माध्यम होता है। इससे ही प्रदेश के विकास कार्यों को रफ्तार मिलती है। साथ ही समस्याओं का समाधान होता है। सदन के संचालन में किसी प्रकार की बाधा न हो, सभी को इसका ध्यान रखना चाहिए। सदन को ज्यादा से ज्यादा समय तक संचालित किया जाए, इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास में योगदान देने के लिए सभी दलों के नेताओं को भी प्रयास करने चाहिए। इस अवसर पर वित्त व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, कैबिनेट मंत्री संजय निषाद, कांग्रेस विधायक अनुराधा मिश्रा मोना, जनसत्ता दल के रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया, अनिल त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।