Edited By Pooja Gill,Updated: 16 Dec, 2024 10:41 AM
लखनऊ: सोमवार से उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और विधान परिषद सदस्य एकजुट होकर विधानसभा के पास स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास प्रदर्शन करने पहुंचे...
लखनऊ: सोमवार से उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और विधान परिषद सदस्य एकजुट होकर विधानसभा के पास स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास प्रदर्शन करने पहुंचे। विधायक व विधान परिषद सदस्य हाथों में तख्ती लेकर बैठे और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
विधायक व विधान परिषद सदस्य हाथों में तख्ती लेकर बैठे
सपा के नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपने विरोध को दर्ज कराया। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर नारों को लिखा था। इन नारों में किसानों की फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का वादा पूरा न होने, बेरोजगारी के कारण युवा वर्ग के परेशान होने, पेपर लीक से युवाओं के मानसिक तनाव का सामना करने, और पुलिस के द्वारा किए जा रहे अत्याचार जैसे मुद्दे शामिल थे। समाजवादी पार्टी के नेता इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे थे और विधानसभा सत्र के पहले ये प्रदर्शन उस सत्र में इन मुद्दों को उठाने का एक तरीका था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार इन मुद्दों की ओर ध्यान नहीं दे रही है और आम जनता के हितों की अनदेखी कर रही है।
सपा ने तैयार की रणनीति
समाजवादी पार्टी सत्र के लिए रणनीति तैयार कर रही है। 17 दिसंबर को सुबह 10 बजे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने विधायकों के साथ पार्टी ऑफिस में बैठक करेंगे। सत्र के दौरान बिजली के निजीकरण, प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दों के साथ जनता से जुड़े कई अहम मुद्दों को लेकर घेरने की तैयारी है। सपा सत्र में संभल और बहराइच की घटनाओं का मुद्दा भी जोर-शोर से उठायेगी।