Edited By Pooja Gill,Updated: 04 Jun, 2023 10:16 AM
Brij Bhushan Singh: पहलवान खिलाड़ियों के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को अयोध्या में रैली करने की अनुमति नहीं मिली। जिसके बाद अब वो अपने संसदीय क्षेत्र में ताकत दिखाएंगे। इसी के चलते वह...
Brij Bhushan Singh: पहलवान खिलाड़ियों के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को अयोध्या में रैली करने की अनुमति नहीं मिली। जिसके बाद अब वो अपने संसदीय क्षेत्र में ताकत दिखाएंगे। इसी के चलते वह करनैलगंज में 11 जून को बड़ी रैली करेंगे। जिसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी है। इस रैली में बृजभूषण लोगों से बातचीत कर उनका समर्थन लेने की कोशिश करेंगे। इससे पहले वो अयोध्या में एक बड़ी रैली करना चाहते थे, लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें इसके लिए अनुमति नहीं मिली।
बता दें कि, बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों द्वारा लगाने गए यौन शोषण के आरोपों का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी मामले में बृजभूषण के खिलाफ FIR भी दर्ज हुई है। बृजभूषण सिंह का संकट बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते बीजेपी के नेता अपने पक्ष में समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। अयोध्या के प्रमुख संतों ने कथित तौर पर सिंह के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया है। रैली में संत पॉक्सो अधिनियम का भी विरोध करेंगे, उनका दावा है कि इसमें ‘कई खामियां और दोषपूर्ण धाराएं हैं। लेकिन अयोध्या में उनकी रैली रद्द कर दी गई है। जिसके बाद अब वो अपने संसदीय क्षेत्र में रैली कर जनता का समर्थन जुटाएंगे।
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कैसरगंज (गोंडा) से सांसद बृजभूषण सिंह की ओर से करनैलगंज में रैली एलान किया गया है और जहां 11 जून को बड़ी रैली करने की तैयारी है। घोषित तौर पर कहा जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व ने हर सांसद को अपने-अपने क्षेत्र में एक बड़ा कार्यक्रम करने का लक्ष्य दिया है। इसमें केंद्र की मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियां बतानी हैं, लेकिन अंदरखाने माना जा रहा है कि वे इस रैली के माध्यम से क्षेत्र में अपनी पकड़ का अहसास कराएंगे। फिलहाल इस मामले में पुलिस की जांच चल रही है। वहीं, उत्तर भारत की खाप पंचायतों ने उनकी गिरफ्तारी के लिए 9 जून तक का अल्टीमेटम दे दिया है। मामले को जातीय रंग की ओर बढ़ता देख सरकार और भाजपा नेतृत्व सतर्क हो गई है।