Edited By Ramkesh,Updated: 03 Sep, 2023 07:31 PM

former Deputy CM Dinesh Sharm
पूर्व सांसद हरिद्वार दुबे के निधन से रिक्त हुई राज्यसभा की सीट पर चुनाव की तारीख ऐलान होते ही भाजपा ने अपना उम्मीदवर घोषित कर दिया है। इस सीट पर पार्टी ने पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया...
लखनऊ: पूर्व सांसद हरिद्वार दुबे के निधन से रिक्त हुई राज्यसभा की सीट पर चुनाव की तारीख ऐलान होते ही भाजपा ने अपना उम्मीदवर घोषित कर दिया है। इस सीट पर पार्टी ने पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। चुनाव आयोग ने पिछले महीने खाली सीट पर उपचुनाव का ऐलान किया था। 15 सितंबर को चुनाव होगा। बता दें कि राज्यसभा सांसद रहे हद्वार दुबे का 26 जून को निधन हो गया था। राज्यसभा सदस्य के रूप में उनका कार्यकाल नवंबर 2026 में समाप्त होना था।
गौरतलब है कि मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश के 31 राज्यसभा सांसदों में बीजेपी के 25 सांसद हैं, समाजवादी पार्टी के तीन, राष्ट्रीय लोक दल के एक, बहुजन समाज पार्टी के एक और एक स्वतंत्र सदस्य शामिल हैं। राज्यसभा सदस्य छह साल के लिए चुने जाते हैं और उनमें एक तिहाई हर दो साल में रिटायर हो जाते हैं। पार्टी को आवंटित सीटों की संख्या नामांकन के दौरान उसके पास मौजूद सीटों की संख्या पर निर्भर करती है। चुनाव के नतीजे मतदान के कुछ घंटे बाद आ जाएंगे. आमतौर पर चुनाव के एक घंटे बाद वोटों की गिनती की जाती है. 15 सितंबर के उपचुनाव में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी। भाजपा प्रत्याशी का जीतना लगभग तय माना जा रहा है, क्यों कि राज्य विधानसभा में भाजपा के पास विधायकों की संख्या ज्यादा है।
हार्ट अटैक से हुआ हरद्वार दुबे का निधन
इसी साल 26 जून को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रहे हद्वार दुबे का हार्ट अटैक से निधन हो गया था और वह 74 साल के थे। मूल रूप से बलिया से आने वाले दिवंगत हरद्वार दुबे पार्टी के एक मजबूत नेता थे। 1969 में आगरा में उन्होंने एबीवीपी का नेतृत्व किया। वह स्टूडेंट संगठन के संगठन मंत्री भी रहे. वह 1989 में पहली बार आगरा कैंट सीट से विधायक चुने गए थे।1991 में फिर चुनाव जीते और कल्याण सिंह सरकार में मंत्री बने। 2011 में पार्टी के प्रवक्ता तो 2013 में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली।