Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 Nov, 2022 10:51 AM

बीजेपी मुसलमानों के बीच अपनी छवि सुधारने की कोशिश में जुटी हुई है। बीजेपी नजर अब आजम खान के गढ़ रामपुर पर है। ऐसे में भाजपा अब सत्ता की हैट्रिक लगाने के लिए मुस्लिम समाज में अपनी छवि सुधार विरोधियों...
लखनऊ: बीजेपी मुसलमानों के बीच अपनी छवि सुधारने की कोशिश में जुटी हुई है। बीजेपी नजर अब आजम खान के गढ़ रामपुर पर है। ऐसे में भाजपा अब सत्ता की हैट्रिक लगाने के लिए मुस्लिम समाज में अपनी छवि सुधार विरोधियों के इस वोट बैंक को भी हासिल करने की कोशिश में है। इसी कड़ी में अल्पसंख्यक मोर्चा के जरिए मुस्लिम बहुल रामपुर में 12 नवंबर को बड़े पैमाने पर पसमांदा लाभार्थी सम्मेलन करने जा रही है। चार करोड़ से अधिक पसमांदा लाभार्थियों के इस तरह के सम्मेलन के जरिए भाजपा, विपक्ष के मुस्लिम वोट बैंक में गहरी सेंध लगाने का प्रयास करेगी।
डेढ़ वर्ष बाद के लोकसभा चुनाव का सेमी फाइनल माने जा रहे नगरीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। इस बीच सपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री रहे मो. आजम खां की विधानसभा सदस्यता जाने के बाद रामपुर विधानसभा सीट के उप चुनाव होने हैं। छह माह पहले रामपुर से 10वीं बार विधायक चुने जाने के बाद आजम के रामपुर लोकसभा सीट से त्यागपत्र देने पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने सपा से रामपुर लोकसभा सीट छीन भगवा परचम लहराया था। अब विधानसभा सीट के उपचुनाव में भी भाजपा अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहती है।
रामपुर सीट में 50 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम आबादी
50 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम आबादी वाली रामपुर सीट पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा वहां के महात्मा गांधी स्टेडियम में पसमांदा लाभार्थी सम्मेलन कर मुसलमानों के बीच बड़ा संदेश देना चाहती है। सम्मेलन में न केवल रामपुर बल्कि मुरादाबाद, बरेली, संभल, बदायूं से भी बड़ी संख्या में पसमांदा मुस्लिम को जुटाया जाएगा।
डिप्टी सीएम सहित ये मंत्री भरेंगे सम्मेलन में हुंकार
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी सहित कई और मंत्री, सांसद व विधायक भी सम्मेलन में केंद्र व राज्य की डबल इंजन की सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के हित में किए गए निर्णयों और उनको कल्याणकारी योजनाओं के मिल रहे लाभ के बारे में विस्तार से बताएंगे।