Edited By Imran,Updated: 27 Dec, 2022 04:44 PM

यूपी में होने वाले निकाय चुनाव में रोड़ा बन रहे OBC आरक्षण मामले पर हाई कोर्ट ने मंगलवार को अपनी मंसा साफ कर दी । जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ओबीसी आरक्षण खत्म करना चाहती है। यह पार्टी...
लखनऊ: यूपी में होने वाले निकाय चुनाव में रोड़ा बन रहे OBC आरक्षण मामले पर हाई कोर्ट ने मंगलवार को अपनी मंसा साफ कर दी । जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ओबीसी आरक्षण खत्म करना चाहती है। यह पार्टी जब तक सरकार में रहेगी अंबेडकर के अधिकारों को छीनने का काम करेगी।

बता दें कि अखिलेश यादव मंगलवार को सपा कार्यकर्ता सुरेंद्र मौखरी को श्रद्धांजलि देने उरई गए थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि सत्ता बैठे हुए बीजेपी के पिछड़े वर्ग के सभी नेताओं ने अपना- अपना मुंह बंद कर लिया है औऱ सरकार ओबीसी आरक्षण खत्म करने की तैयारी कर रही है। वहीं भारत जोड़ों यात्रा में शामिल होने को सवाल किए गए तो अखिलेश यादव ने कहा कि हमें इस यात्रा से संबधित कोई आमंत्रण नहीं दिया गया है।

OBC आरक्षण पर कोर्ट का आदेश
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर इलाहाबाद की लखनऊ पीठ चुनाव पर बड़ा फैसला दिया है। इस मामले में कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण को रद्द कर दिया है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि ओबीसी आरक्षण की सभी सीटों पर सामान्य होगी। कोर्ट ने कहा कि ट्रिपल टेस्ट के बिना कोई आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। बता दें कि इस मामले में लखनऊ पीठ ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव के मामले पर सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। पीठ मामले में आज अपना फैसला सुनाया है। पीठ पहले ही मामले के निपटान तक अधिसूचना पर रोक लगा चुकी है। न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति सौरभ लवानिया की खंडपीठ ने चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) कोटे को लेकर राज्य सरकार द्वारा तैयार किए गए आरक्षण को चुनौती देने वाली जनहित याचिकाओं पर शनिवार को सुनवाई पूरी की।