Edited By Imran,Updated: 28 Apr, 2023 01:01 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपीसोड 30 अप्रैल को जारी किया जाएगा। इस बार बीजेपी इस कार्यक्रम को यूपी में 55 लाख लोगों तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है।
लखनऊ ( अश्वनी कुमार सिंह ): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपीसोड 30 अप्रैल को जारी किया जाएगा। इस बार बीजेपी इस कार्यक्रम को यूपी में 55 लाख लोगों तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है।
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर है। पहले चरण के तहत चार मई को लखनऊ समेत कई जगहों पर मतदान होना है। इससे ठीक पहले कार्यकर्ताओं को बूस्टर डोज देने के लिए अब बीजेपी ने नई रणनीति अपनाई है। हालांकि बीजेपी का यह दावा है कि मन की बात का कार्यक्रम कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है लेकिन इस कार्यक्रम के पीछे का मकसद यही है कि निकाय चुनाव में उसे राजनीतिक लाभ मिल सके। पार्टी के पदाधिकारियों की माने तो चुनाव से ठीक पहले बीजेपी एक साथ 55 लाख लोगों तक पहुंचेगी। इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का सहारा लिया जाएगा।
30 अप्रैल के कार्यक्रम को 55 लाख लोगों तक पहुंचाने की तैयारी
पार्टी सभी 17 नगर निगमों के प्रत्येक बूथ पर कम से कम 100 लोगों की सभा आयोजित करेगी। नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत स्तर पर पार्टी क्रमश: दो और तीन बूथों को एक साथ जोड़कर इस कार्यक्रम को कराने की योजना चल रही है। यह कार्यक्रम देश में सर्वाधिक सुना जाने वाला कार्यक्रम है इसलिए पीएम की बातों को जन जन तक पहुंचाने की एक कोशिश की जा रही है। निकाय चुनाव के पहले चरण के चुनाव चार मई को होने हैं। यह निकाय चुनाव के लिए पार्टी के अभियान के लिए एक बूस्टर खुराक है। पार्टी लोगों तक पहुंचेगी और मन की बात कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से भी सुनने के लिए प्रेरित करेगी।
विरोधी पार्टियों को काउंटर करने की कोशिश
हालांकि बीजेपी अपनी रणनीति के माध्यम से अपने राजनीतिक विरोधियों मुख्य रूप से सपा को स्थानीय चुनावों में काउंटर करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। बीजेपी सिर्फ निकाय चुनाव पर ही अपना फोकस नहीं कर रही है बल्कि उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को सेमीफाइनल मांगकर चुनावी तैयारियों में जुटी का मेन टारगेट 2024 में होने वाला आम चुनाव है।
हिन्दी बेल्ट में बीजेपी का मुस्लिम कनेक्ट
बीजेपी अब हिन्दी पट्टी में मुस्लिम कनेक्ट की कवायद में जुटी हुई है। एक तरफ बीजेपी का सबका साथ सबका विकास का नारा है तो दूसरी ओर अब बीजेपी यूपी में 'पीएम मोदी के मन बी बात' की एक लाख उर्दू प्रतियां इस समुदाय में बांटने का काम करेगी। बीजेपी की इस रणनीति के केंद्र में खासतौर से वो 14 लोकसभा सीटें हैं जो बीजेपी पिछली बार हार गई थी।
बीजेपी की विचारधारा ही मुस्लिम विरोधी
हालांकि विपक्ष अब मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए सरकार पर निशाना साध रहा है।विपक्ष का आरोप है कि भाजपा की विचारधारा पिछड़े समुदाय और मुस्लिम विरोधी है। पीएम मोदी की सोच भी यही है। आज तक कोई पूर्णकालिक केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री नहीं है। पार्टी ने धर्म के आधार पर भेदभाव किया और बुलडोजर कार्रवाई केवल यूपी में दलितों और मुसलमानों पर की गई।