Edited By Ajay kumar,Updated: 02 Aug, 2022 09:03 PM
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद निवासी यूट्यूब सिंगर फरमानी नाज के द्वारा शिव शंभू पर गाए गए गाने को लेकर जहाँ देवबंदी उलेमा खासा नाराज है तो वहीं बीजेपी नेता इसकी सराहना करते हुए फरमानी नाज के सम्मान की बात कर रहे हैं
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद निवासी यूट्यूब सिंगर फरमानी नाज के द्वारा शिव शंभू पर गाए गए गाने को लेकर जहाँ देवबंदी उलेमा खासा नाराज है तो वहीं बीजेपी नेता इसकी सराहना करते हुए फरमानी नाज के सम्मान की बात कर रहे हैं। साथ ही साथ नाराज मौलवियों को यह नसीहत भी दे रहे हैं कि देवबंदी मौलवी एक कलाकार का विरोध करने से पहले अपने मदरसों से आतंकी अड्डा बंद करे दरअसल मंगलवार को बीजेपी प्रदेश व्यापार प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश संयोजक और फायरब्रांड नेता विनीत शारदा अग्रवाल मुजफ्फरनगर पहुंचे थे। जहां उन्हें पुरकाजी नगर पंचायत में कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों की सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं के सम्मान में आयोजित किए गए सेवा सम्मान कार्यक्रम में हिस्सा लेना था।
इससे पहले बीजेपी नेता विनीत शारदा ने नगर में रुक कर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की इस दौरान मीडिया से बात करते हुए यूट्यूब गायिका फरमानी नाज का विरोध करने वाले देवबंदी मौलाना ऊपर जमकर अपनी भड़ास निकाली।
विनीत शारदा अग्रवाल ने कहा कि इन मौलानाओं ने कभी कुरान पढ़ी है, कभी देश की आजादी के लिए भाग लिया है। जब देश मेरा अंग्रेजों से जूझ रहा था तब यह मौलाना कहां थे। आजादी के बाद काली फिल्मों से लेकर आज रंगीन फिल्मों तक मोहम्मद रफी से लेकर नूरजहां तक सभी पुरानी गायिकाओं ने भजन भी गाए हैं और अन्य गाने भी गाए हैं तब तो कोई आवाज उठाता नहीं था।
कलाकार का कोई धर्म नहीं होता
विनीत शारदा अग्रवाल ने कहा कि आज के कलाकार चाहे अमीर खान हों, सलमान खान हों या फिर शाहरुख खान हों यह मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं। पहले दिलीप साहब, फिरोज खान और संजय खान थे ये लोग दृष्टिकोण की राजनीति नहीं करते थे। यह मुस्लिम दुष्टिकरण की राजनीति भारत बर्दाश्त नहीं करेगा और कलाकार का कोई धर्म नहीं होता है। कलाकार ने अगर बाबा भोलेनाथ का गीत गाया है तो उसका सब को सम्मान करना चाहिए। मैं मुजफ्फरनगर आया हूं मैं उस कलाकार का सम्मान करता हूं।
मदरसों से आतंकवाद का अड्डा खत्म करें मौलाना
विनीत शारदा अग्रवाल ने कहा कि मैं इन देवबंदी उलेमाओं से यह कहना चाहता हूं कि जो आतंकवाद का अड्डा आपने अपने मदरसों में चला रखा है पहले उसको नास्तेनाबूद कीजिए उसको खत्म कीजिए।