Edited By Ramkesh,Updated: 20 Jun, 2023 06:32 PM

video viral
जिला अस्पताल (पुरुष) के ‘पोषण पुनर्वास केंद्र' (एनआरसी) में तांत्रिक और हकीमों द्वारा कथित तौर पर मरीजों का इलाज किये जाने का वीडियो प्रसारित होने के बाद जिलाधिकारी(डीएम) ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश...
बदायूं: जिला अस्पताल (पुरुष) के ‘पोषण पुनर्वास केंद्र' (एनआरसी) में तांत्रिक और हकीमों द्वारा कथित तौर पर मरीजों का इलाज किये जाने का वीडियो प्रसारित होने के बाद जिलाधिकारी(डीएम) ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। यहां जिला अस्पताल के एनआरसी व आपात चिकित्सा वार्ड में भर्ती मरीजों का झाड़ फूंक से इलाज किये जाने का वीडियो प्रसारित हुआ है। घटना से जुड़े तीन वीडियो वायरल हुए हैं जिनमे एक तांत्रिक एनआरसी में अलग-अलग बिस्तर पर भर्ती बच्चों व मरीजों के पास जाकर झाड़-फूंक से उनका कथित इलाज करता नजर आ रहा है। यह वीडियो एनआरसी और आपात चिकित्सा वार्ड का बताया जा रहा है।
जिला अधिकारी ने जांच के दिए आदेश
अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों व उनके तीमारदारों के अनुसार अस्पताल में सुबह-शाम प्रतिदिन तांत्रिक इलाज करने आते हैं। इस मामले में पूछे जाने पर बदायूं के जिलाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि वीडियो प्रसारित होने के बाद यह मामला हमारे संज्ञान में आया है। उन्होंने बताया कि जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को तत्काल मामले की जांच के लिए अस्पताल भेजा गया और शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा गया है।
तंत्र-मंत्र से इलाज पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक
जिलाधिकारी ने बताया है कि इस मामले की गहनता से जांच कराई जाएगी और घटना की पुष्टि होने पर किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस मामले में दोषी अस्पताल प्रशासन व एनआरसी वार्ड में तैनात कर्मचारियों पर भी कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। एक स्वयंसेवी संस्था के कार्यकर्ता ने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने तंत्र-मंत्र से इलाज पर रोक लगाई है क्योंकि इससे अंधविश्वास को बढ़ावा मिलता है।