Edited By Ramkesh,Updated: 20 Jun, 2023 05:40 PM

हुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व विधान परिषद सदस्य व कथित खनन माफिया एक लाख के हाजी इकबाल पर राजधानी पुलिस ने शिकंजा कसा है। लखनऊ की आलीशान कोठी को अदालत के आदेश पर पुलिस ने कुर्क कर लिया है। लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में स्थिति कोठी की कुर्की की...
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व विधान परिषद सदस्य व कथित खनन माफिया एक लाख के हाजी इकबाल पर राजधानी पुलिस ने शिकंजा कसा है। लखनऊ की आलीशान कोठी को अदालत के आदेश पर पुलिस ने कुर्क कर लिया है। लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में स्थिति कोठी की कुर्की की कार्रवाई लखनऊ पुलिस ने की है। कोठी की कीमत अनुमानित लागत 11 करोड़ रुपए बताई जा रही है। लखनऊ पुलिस के मुताबिक खनन माफिया हाजी इकबाल उर्फ बाला की 506 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्की के लिए चिन्हित हुई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो सहारनपुर में 200 करोड़ रुपए से ऊपर की संपत्ति कुर्क हो चुकी है। नोएडा में भी कुर्की की कार्रवाई की गई है।

दरअसल, हाजी इकबाल के चार पुत्र और भाई जेल में बंद हैं। हाजी इकबाल पर अवैध खनन, लोगों की संपत्ति कब्जाने, दुष्कर्म, डकैती, मारपीट, जानलेवा हमले, बंधक बनाने जैसी धाराओं में करीब 45 मुकदमे दर्ज हैं। कई मामलों में हाजी इकबाल का बेटा अब्दुल वाजिद, जावेद मोहम्मद अफजाल ,आलीशान और भाई पूर्व एमएलसी मोहम्मद अली भी नामजद हैं। पुलिस ने हाजी इबाल पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया है।
बता दें कि पूर्व विधान परिषद सदस्य व कथित खनन माफिया हाजी इकबाल को अदालत के आदेश पर फरार घोषित (धारा 82 की कार्यवाही करते हुए उसके घर पर नोटिस चस्पा) किया था। हाजी इकबाल का छोटा भाई और चार पुत्र विभिन्न आपराधिक मामलों में जेल में हैं, लेकिन हाजी इकबाल लगातार एक वर्ष से फरार चल रहा है। गौरतलब है कि सहारनपुर की एक अदालत ने हाजी इकबाल के खिलाफ धारा 82 की कार्यवाही करने के आदेश दिये थे जिस पर बेहट क्षेत्राधिकारी रुचि गुप्ता, बेहट कोतवाली प्रभारी ब्रजेश कुमार पांडेय और कोतवाली प्रभारी नरेश कुमार के नेतृत्व मे भारी पुलिस बल के साथ मिर्जापुर पोल स्थित हाजी इकबाल की कोठी पर पहुंचे और ढोल नगाड़ों से मुनादी कराने के बाद नोटिस चस्पा कर दिया।