Edited By Ajay kumar,Updated: 02 Feb, 2020 05:50 PM
"एक कहावत कही गई है कि माँ दूसरी तो पिता तीसरा'' इस कहावत का मतलब उन्नाव की एक घटना से तब साफ हुआ जब सौतेली मां ने सगे पिता के साथ मिलकर अपनी ही बेटी की गला घोंटकर हत्या कर डाली और शव...
उन्नाव: "एक कहावत कही गई है कि माँ दूसरी तो पिता तीसरा' इस कहावत का मतलब उन्नाव की एक घटना से तब साफ हुआ जब सौतेली मां ने सगे पिता के साथ मिलकर अपनी ही बेटी की गला घोंटकर हत्या कर डाली और शव को खेत में फेंक दिया। साथ ही इसका आरोप गांव के एक कसाई पर लगा दिया कि उसने उसकी बेटी की रेप के बाद हत्या कर दी है।
बता दें कि मामला उन्नाव जनपद के मौरावां थाना क्षेत्र के हिलौली गांव का है। यहां के रहने वाले मंगली की पहली पत्नी की मौत 23 जनवरी 2007 में हो गई। उसके बाद मंगली ने अपनी दूसरी शादी सरोजनी नाम की महिला से कर ली। कहते हैं कि सौतेली माँ हमेसा पहली पत्नी के बच्चों को अपना नहीं मानती और उसके लिए वो हमेशा इस फिराक में रहती है कि किसी तरह वो बच्चे उसकी जिंदगी से दूर चले जाएं। लेकिन पिता अपनी ही सन्तान का हत्यारा हो जाएगा जो मंगली ने कर डाला।
पिता मंगली ने अपनी दूसरी पत्नी सरोजनी के साथ योजना बनाई और अपनी ही 13 साल की बेटी रोशनी की गला दबाकर हत्या कर डाली और फंसाने के लिए गांव के ही कसाई को निशाना बनाया। लेकिन कहते हैं कि ईस्वर का न्याय अचूक होता है। वही हुआ जब मरते समय दर्द से तड़पती रोशनी के हांथ में पिता के कुर्ता का कपड़ा फंसा रहा गया। फिर क्या था पुलिस ने पिता और सौतेली माँ को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो हत्यारा पिता फूट-फूटकर रो पड़ा और पत्नी के दबाव में हत्या करने का जुर्म कुबूल कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसपी विक्रान्त वीर ने बताया कि विगत 28 तारीख को मंगली प्रसाद ने एक सूचना दी थी कि उसकी पुत्री रोशनी गायब हो गई है। जिसके बाद पुलिस ने 363 तथा 366 पाक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज किया था। जिसमें मंगली ने मोहमद लाला पुत्र नवीबख्श चिकवा को नामजद अभियुक्त बनाया था। उसी दिन शाम को बच्ची का शव सरसो के खेत में से बरामद हुआ था। जिसके बाद मौके पर डाग स्क्वायड, फॉरेंसिक टीम व सर्विलांस टीम पहुंच कर अपने तरीके से जांच की। जिसमें पता चला कि बच्ची के जो माता-पिता में माता सौतेली है और पिता इन दोनों ने मिलकर इस बच्ची की घर में ही दुपट्टे से गला घोंट कर हत्या की थी। जिसके बाद इसमें जो तीसरा अभियुक्त है काली प्रसाद उसकी मदद लेकर उस बच्ची की लाश को मोटरसाइकिल से ले जाकर सरसों के खेत में रख दिया था।
उन्होंने बताया कि इल लोगों ने लाला को नामजद अभियुक्त इसलिए बनाया था क्योंकि उससे इनकी पुरानी अनबन थी। साथ ही इन्होंने यह कोशिश की थी इस मामले को दूसरे पर बेवजह लगाकर पुलिस को भ्रमित कर दिया जाए ताकि पुलिस का ध्यान भी भटक जाए। जिसमें पुलिस की टीमें लगातार काम कर रही थी और सर्विलांस की मदद से थाने की पुलिस ने इसका खुलासा कर लिया है। जिसके बाद पुलिस ने माता-पिता और एक अन्य को गिरफ्तार कर आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है।