Edited By Prashant Tiwari,Updated: 17 Nov, 2022 06:05 PM
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कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो प्रसिद्ध कवि दुष्यंत कुमार की ये कविता को चरितार्थ कर दिखाया है अलीगढ़ के डीएम इन्द्र विक्रम सिंह ने।
अलीगढ़ (अर्जुन वार्ष्णेय) : कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो प्रसिद्ध कवि दुष्यंत कुमार की ये कविता को चरितार्थ कर दिखाया है अलीगढ़ के डीएम इन्द्र विक्रम सिंह ने। वैसे तो कोमल हृदय वाले जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह का किसी ना किसी की मदद करने की खबर तो आती ही रहती है। कुछ दिन पहले अलीगढ़ में एक विकलांग के पेंशन रुकने पर उसकी तत्काल मदद करने के साथ चाय नाश्ता कराने की खबर आई थी और अब एक बुजुर्ग के निवेदन पर उसके आंखों का ऑपरेशन कराया वह भी पूरी तरह नि: शुल्क।
फरियाद लेके DM के पास पहुंचा था बुजुर्ग
आपको बता दे कि जिले के सियाखास गांव निवासी ओमवीर सिंह दो दिन पूर्व जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह के पास आकर प्रार्थना देकर अपनी वेदना व्यक्त करता है कि इस बुढ़ापे में उसका कोई सहारा नहीं है। उसे आंखों से दिखाई भी नहीं देता आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। जिससे की वो अपनी आंखो की जांच करा सकें। फिर क्या था इतना सुनते ही डीएम इन्द्र विक्रम सिंह की मानवता जाग उठी। उन्होंने ओमवीर सिंह को अपनी ही गाड़ी में बैठाकर बुजुर्ग को नेत्र चिकित्सालय भिजवाया। जहां के प्रशासनिक अधिकारी मधुप लहरी ने जिलाधिकारी का निर्देश पाकर गांधी नेत्र चिकित्सालय के चिकित्सकों से ओमवीर सिंह की आंखों की जांच कराई और ऑपरेशन भी करवा दिया।
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जिला कलेक्टर धरती पर भगवान के अवतार
आज ओमवीर सिंह अपनी दोनों आंखों से पूरी तरह से अच्छे से देख सकते हैं और उनकी आंखें ठीक हो गई है। ओमवीर कहते हैं कि जिला कलेक्टर इन्द्र विक्रम सिंह धरती पर साक्षात भगवान का रूप हैं। डीएम इन्द्र विक्रम सिंह पूर्ण सेवा भाव से निरंतर कार्य करते हुए अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं। उनका कहना है कि शासकीय पद पर रहते यदि आप लोक सेवा भाव से कार्य करते हैं तो ख्याति के साथ ही आप बेसहारा की मदद भी कर सकते हैं। डीएम का कहना है कि कम से कम सप्ताह में एक कार्य परोपकार के दृष्टिकोण से करना ही चाहिए।