Edited By Mamta Yadav,Updated: 07 Jan, 2025 06:25 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हृदयहीन दल करार देते हुये आरोप लगाया कि संभल में हिंसा कराने के बाद भी सरकार वहां लोगों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है।
Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हृदयहीन दल करार देते हुये आरोप लगाया कि संभल में हिंसा कराने के बाद भी सरकार वहां लोगों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। यादव ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संभल की हिंसा सुनियोजित साजिश के तहत की गयी। सम्भल में लोगों के साथ अभी भी बड़े पैमाने पर अन्याय हो रहा है। लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है। झूठे मुकदमे लगाये जा रहे है। जिलाधिकारी, पुलिस प्रशासन असंवैधानिक और अलोतांत्रिक काम कर रहे हैं। सम्भल में दंगा नहीं था, वहां पुलिस की गोली से निर्दोष युवाओं की जान ली गयी है। समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर सम्भल की घटना की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को सजा दिलाएंगे।
भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़ दी
अखिलेश यादव ने कहा कि कुन्दरकी और मीरापुर में उपचुनाव के दौरान जिस तरह के वीडियो आये उससे भाजपा की बेईमानी की पोल खुल गयी, लोग समझ गए कि भाजपा ने चुनाव निष्पक्ष नहीं होने दिया। वोटों की लूट हुई। सम्भल की घटना बहुत बड़ी साजिश और षडयंत्र था, खोदने वाले लोग अराजकता पर उतारू है। ये रूकने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़ दी हैं। इतना भ्रष्टाचार कभी नहीं था। भाजपा के लोग हृदयहीन है। यह भ्रष्टाचार छिपाने के लिए किसी की भी जान ले सकते हैं। बरेली में भ्रष्टाचार छिपाने के लिए लेखपाल की हत्या हो गयी, उसमें तमाम लोग शामिल है।
एक ही कोचिंग संस्थान के 250 लोग नौकरी कैसे पा गए ?
उन्होंने कहा कि लखनऊ में भ्रष्टाचार की चर्चा तो आम लोगों में है। ट्रांसफर, पोस्टिंग से लेकर हर पद के रेट तय है। पूरा स्वास्थ्य विभाग बर्बाद हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार के सवाल पर कुछ लोग श्लोक सुनाने लगते हैं। दवा, इलाज से लेकर हर जगह भ्रष्टाचार है। नकली दवाओं को लेकर जो जांच हुई थी क्या उनकी रिपोर्ट आयी, उस पर क्या कार्रवाई हुई? लोहिया संस्थान लखनऊ, सैफई मेडिकल कॉलेज और लखनऊ पीजीआई में कई पदों पर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार हुआ। दूसरे प्रदेश के एक ही कोचिंग संस्थान के ढाई सौ लोग कैसे नौकरी पा गए। सैफई मेडिकल कॉलेज में दो संस्थान के कई लोगों को नौकरी कैसे मिल गयी।