Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 May, 2020 05:01 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए पिछली अखिलेश सरकार में कोई काम नहीं किया बल्कि श्रमिकों के लिए आयोग बनने से...
लखनऊः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए पिछली अखिलेश सरकार में कोई काम नहीं किया बल्कि श्रमिकों के लिए आयोग बनने से समाजवादी पार्टी (सपा) समेत समूचा विपक्ष हतप्रभ है।
डॉ. निर्मल ने बुधवार को कहा कि विपक्ष को योगी आदित्यनाथ के प्रवासी आयोग का स्वागत करना चाहिए। यादव कोई बयान जनता के हित में नहीं देते हैं। वह केवल सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए राजनीति करते हैं। कोरोना को लेकर पूरा देश एकजुट है, तब अखिलेश यादव केवल सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल कर रहे हैं। उनके पास न तो कोरोना को लेकर कोई सुझाव है और न ही मजदूरों के जीवन को बचाने के लिए कोई उपाय। योगी सरकार के काम-काज को लेकर वह परेशान हो गए हैं।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने लोकसभा क्षेत्र आजमगढ़ में भी कोरोना के दौरान कभी नहीं देखे गए। डॉ. निर्मल ने कहा है कि 70 फीसदी मजदूर दलित वर्ग से हैं। जो दो जून की रोटी की व्यवस्था करने के लिए दूसरे राज्यों में चले जाते हैं। योगी आदित्यनाथ जी को मजदूरों का दर्द पता है। यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ जी ने प्रवासी आयोग बनाकर हमेशा के लिए मजदूरों की समस्याओं को खत्म करने की तैयारी की है।
समाजवादी पार्टी को यह आयोग बनाया जाना अच्छा नहीं लग रहा है, जबकि प्रवासी आयोग से पूरे प्रदेश के मजदूरों का डाटा सरकार के पास होगा और सरकार को उनके रोजगार के साधन उपलब्ध करवाने में आसानी होगी।