Edited By Ramkesh,Updated: 13 Apr, 2022 04:30 PM

उत्तर प्रदेश में सम्मान हुआ विधान सभा चुनाव में हार के बाद से समाजवादी पार्टी में आंतरिक कलह निकल कर सामने आने लगा है। दरअसल, सुन्नी मुसलमानों के धार्मिक संगठन के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने एक निजी टीवी चैनल पर अखिलेश पर गंभीर आरोप...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव और MLC चुनाव में हार के बाद से समाजवादी पार्टी में आंतरिक कलह निकल कर सामने आने लगी है। दरअसल, सुन्नी मुसलमानों के धार्मिक संगठन के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने एक निजी टीवी चैनल पर अखिलेश पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा अखिलेश यादव को मुसलमानों की दाढ़ी और टोपी से नफरत है।
उन्होंने कहा कि अब मुलायम सिंह वाली सपा नहीं रह गई है। अब अखिलेश वाली सपा हो गई। मौलाना ने कहा कि हिन्दुस्तान में राजनीतिक हालात अब काफी बदल चुके हैं। इसलिए मुसलमानों को दोबारा सोचने की जरूरत है। उन्हें ना तो किसी पार्टी से अधिक जुड़ाव दिखाना चाहिए और ना ही किसी पार्टी का इतना विरोध करें कि बाद में इसका नुकसान उठाना पड़े।
ऑल इंडिया तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने सपा में आजम खान और शफीकुर्रहमान बर्क जैसे नेताओं से अपील करते हुए का कि इन मुसलमानों को जो वैकल्पिक पार्टियां हैं उन पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो मुस्लिम नेता आज अखिलेश को मुस्लिमों का हितैषी न होने की बाद कर रहे है। यह बात मैं पहले ही कह चुका हूं।
दरअसल, सुल्तानपुर के लंभुआ से सपा के विधानसभा सचिव सलमान जावेद राइन ने अखिलेश आरोप लगाते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि जो कायर नेता अपने विधायकों के लिये आवाज नहीं उठा सकता, वो आम कार्यकर्ता के लिये क्या आवाज उठाएगा। उन्होंने कहा कि जेल में बंद आजम खान, नाहिद हसन और शहजिल इस्लाम के लिए उन्होंने एक भी बार आवाज नहीं उठाई। वो आम नागरिक के लिए क्या करेगा।