Edited By Ajay kumar,Updated: 03 Dec, 2023 12:33 PM

अभी तीन दिन पहले ही मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 415 जोड़ों की शादी कराई गई थी। अब इससे जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें लड़का-लड़की पक्ष कार्यक्रम स्थल पर सज-धजकर पहुंच गए और तब पता चला कि उनका तो पंजीकरण ही नहीं है। फिर तैयारियां...
बरेलीः अभी तीन दिन पहले ही मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 415 जोड़ों की शादी कराई गई थी। अब इससे जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें लड़का-लड़की पक्ष कार्यक्रम स्थल पर सज-धजकर पहुंच गए और तब पता चला कि उनका तो पंजीकरण ही नहीं है। फिर तैयारियां धरी रह गईं और बैरंग लौटना पड़ा। मामले में प्रधान पति और एडीओ समाज कल्याण की शिकायत की गई है। जिस पर जांच शुरू कर दी गई है।

वर-वधु पक्ष को निराश होकर घर लौटना पड़ा वापस
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लुहिचा के अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह में उनकी पुत्री की शादी कराने के लिए उन्होंने प्रधान पति और एडीओ को अपने कागजात दिए थे। उन्होंने ऑनलाइन पंजीकरण कराने की बात बताई। इसके बाद वह पुत्री को नियत तिथि पर ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज में शादी के लिए ले गए। मगर वहां पर चेक किया गया तो उनके नाम से आवेदन ही नहीं मिला। जिसके चलते पुत्री की शादी नहीं हो सकी। वह निराश होकर घर वापस लौट आए। लड़का पक्ष को भी लौटना पड़ा। जिसके बाद हंसी के पात्र बनकर रह गए। एडीओ समाज कल्याण और प्रधान पति की लापरवाही बताते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।

संबंधित कर्मचारियों से मांगा गया जवाब
खंड विकास अधिकारी अमित कुमार शुक्ला ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इसे लेकर जांच कराई जाएगी। संबंधित कर्मचारियों से जवाब मांगा गया है। कन्या पक्ष का पंजीकरण किन कारणों से नहीं हो सका।