Edited By Imran,Updated: 24 Sep, 2023 01:12 PM

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में 70 मुस्लिमों ने घर वापसी किया है। इन परिवारों के सभी 70 सदस्यों के नाम भी बदल दिए गए। अब नाहिद को अरविंद कुमार, नाजिया को कविता तो गुलशन को अक्षय कुमार कहा जाएगा। इसी तरह से परिवार के सभी सदस्या हिंदू नाम रखा गया...
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में 70 मुस्लिमों ने घर वापसी किया है। इन परिवारों के सभी 70 सदस्यों के नाम भी बदल दिए गए। अब नाहिद को अरविंद कुमार, नाजिया को कविता तो गुलशन को अक्षय कुमार कहा जाएगा। इसी तरह से परिवार के सभी सदस्या हिंदू नाम रखा गया है।
बता दें कि पूरा मामला जिले के बघरा में स्थित योग साधना यशवीर आश्रम की है, जहां महंत स्वामी यशवीर जी महाराज के सानिध्य में, मुजफ्फरनगर जिले के 10 मुस्लिम परिवारों के 70 सदस्यों ने शुद्धि यज्ञ में गायत्री मंत्रों के साथ आहुति देने के बाद हिंदू धर्म को अपनाया। योग साधना यशवीर आश्रम में महंत स्वामी यशवीर महाराज के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम में आचार्य मृगेंद्र ब्रह्मचारी ने वेद मंत्रों के साथ विधि-विधान से हवन-पूजन कराकर 10 परिवारों के इन 70 सदस्यों की शुद्धि की। वहीं, जाकिर का कहना है कि उनके पूर्वज हिंदू ही थे, लेकिन बाद में किसी वजह से उन्होंने 10 वर्ष पूर्व इस्लाम कबूल कर लिया था। अब वह दोबारा हिंदू धर्म में वापसी कर रहे हैं।
आचार्य मृगेंद्र ब्रह्मचारी महाराज के अनुसार, अब तक 11 सौ मुस्लिम लोगों ने दोबारा हिंदू धर्म में वापसी की है। प्रदेश में पूर्व की सरकारों के कार्यकाल में हिंदुओं का उत्पीड़न कर उन्हें डराकर मुस्लिम बनाया जाता था, लेकिन अब प्रदेश में दूसरी बार योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने और माहौल ठीक होने पर पहले धर्म छोड़ गए लोग दोबारा हिंदू धर्म में वापसी कर रहे हैं। जो धर्म बदल कर चले गए थे अब उनका स्वाभिमान जाग रहा है और वह वापसी कर रहे हैं।
हिंदू धर्म अपनाने वालों को कराया गया शुद्धिकरण
धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपनाने वाले लोगों के बारे में आचार्य मृगेंद्र ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि मुजफ्फरनगर निवासी इन 10 परिवारों के 70 सदस्यों ने बघरा में यशवीर आश्रम में आकर अपने धर्म में दोबारा वापसी की है। इन सभी लोगों और बच्चों को गंगाजल से आचमन कराकर जनेऊ धारण कराया। इसके बाद लाल धागे में ओम की माला उनके गले में डाली गई। मुख्य रुप से इस दौरान वेद मंत्रों और गायत्री मंत्र से हवन कराया गया।