Edited By Mamta Yadav,Updated: 21 Jan, 2023 10:37 PM

Mauni Amavasya: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में माघ मेला-2023 (Magh Mela) के तृतीय स्नान पर्व (Third bath festival) मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर शनिवार को दो करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा (Ganga) और संगम (Sangam) में...
प्रयागराज, Mauni Amavasya: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में माघ मेला-2023 (Magh Mela) के तृतीय स्नान पर्व (Third bath festival) मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर शनिवार को दो करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा (Ganga) और संगम (Sangam) में डुबकी लगाई। इस बीच, मेला प्रशासन (Fair Administration) ने हेलीकॉप्टर (Helicopter) से साधु संतों (Sadhu Saints) और श्रद्धालुओं (Devotees) पर पुष्प वर्षा (flower Rain) की। मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या का महायोग होने पर भारी संख्या में श्रद्धालु शुक्रवार से ही मेला क्षेत्र में आ रहे हैं।

मेले में सुरक्षा व्यवस्था में 5000 से अधिक कर्मी तैनात
प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बताया कि शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार शाम 6 बजे तक दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया। शुक्रवार शाम से ही भारी संख्या में श्रद्धालु मेला क्षेत्र में आने लगे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (माघ मेला) राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि मेले में सुरक्षा व्यवस्था में 5000 से अधिक कर्मी तैनात किए गए हैं जिसमें नागरिक पुलिस, महिला पुलिस, घुड़सवार पुलिस, एलआईयू की टीम, खुफिया विभाग के अधिकारी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,जल पुलिस आदि के कर्मी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मेले में रीवर एंबुलेंस और फ्लोटिंग पुलिस चौकी की भी व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी, शरीर पर धारण योग्य कैमरों, ड्रोन कैमरों से लोगों पर नजर रखी जा रही है।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी संगम में डुबकी लगाई
मौनी अमावस्या पर मेले में आए प्रमुख संतों- ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर स्वामी सदानंद, सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानद सरस्वती, किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि आदि शामिल हैं। वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी सुबह संगम में डुबकी लगाई।

शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद ने बताया कि प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर मौन रहकर संगम में स्नान करने से मन के पाप नष्ट हो जाते हैं और इस बार मौनी अमावस्या पर शनि अमावस्या का महायोग होने से गंगा स्नान विशेष फलदायी है। माघ मेले का अगला स्नान 26 जनवरी को बसंत पंचमी, पांच फरवरी को माघी पूर्णिमा और 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर पड़ेगा जिसके साथ माघ मेला संपन्न होगा।