Edited By Anil Kapoor,Updated: 07 Feb, 2025 12:32 PM
![modern reaper binder machine for farmers](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_12_30_543433217meerutmachine-ll.jpg)
Meerut News: बदलते समय के साथ तकनीकी विकास ने किसानों की समस्याओं का समाधान तेज़ी से किया है, और अब गेहूं की कटाई को लेकर किसानों को एक बड़ी राहत मिली है। गेहूं की फसल की कटाई में समय की कड़ी सीमा होने के कारण किसान अक्सर परेशानी में रहते थे,...
Meerut News: बदलते समय के साथ तकनीकी विकास ने किसानों की समस्याओं का समाधान तेज़ी से किया है, और अब गेहूं की कटाई को लेकर किसानों को एक बड़ी राहत मिली है। गेहूं की फसल की कटाई में समय की कड़ी सीमा होने के कारण किसान अक्सर परेशानी में रहते थे, क्योंकि निर्धारित समय के अंदर कटाई ना होने पर उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता था। लेकिन अब, आधुनिक गेहूं कटर रीपर बाइंडर मशीन से यह काम आसान हो गया है।
तेजी से कटाई और बंधाई का काम
ये मशीन किसानों को न सिर्फ गेहूं की कटाई में मदद करती है, बल्कि साथ ही उसे बंधाई करके घर तक पहुंचाने की सुविधा भी देती है। इस मशीन के इस्तेमाल से किसान अब बहुत कम समय में अपनी फसल काट सकते हैं। 1 घंटे में 4 बीघा खेत की कटाई की जा सकती है, जबकि मैन्युअल तरीके से इसे करने में 3 से 4 दिन लग जाते हैं।
सस्ते में अधिक काम
मशीन के विक्रेता मुकेश कुमार के मुताबिक, इस मशीन में कई आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं, जिससे किसान 1 लीटर डीजल में 4 बीघा खेत की कटाई कर सकते हैं। यह मशीन न केवल समय की बचत करती है, बल्कि किसानों के लिए लागत प्रभावी भी है।
किसान के लिए आरामदायक सुविधा
मशीन को ऑपरेट करने में किसानों को कोई परेशानी नहीं होगी, क्योंकि इसमें ट्रैक्टर की तरह सीट और स्टीयरिंग की सुविधा दी गई है। यह मशीन गेहूं की कटाई करते हुए 2 इंच ऊंचाई पर काम करती है, जिससे फसल की सुरक्षा भी होती है। इसके अलावा, मशीन में पूली बांधने की सुविधा भी है, जो किसानों के लिए एक बड़ी समस्या होती थी।
सरकार से अनुदान की सुविधा
यह मशीन किसानों के लिए एक बड़ी मदद साबित हो सकती है, क्योंकि इसकी कीमत ₹5,72,000 है। हालांकि, प्रधानमंत्री किसान निधि के तहत रजिस्टर किसानों को सरकार 50% तक की सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे उन्हें इस मशीन को खरीदने में मदद मिल सकती है। इस प्रकार, यह नई तकनीक किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है, जो उन्हें मौसम की मार और समय की कमी से बचाकर अधिक लाभ प्राप्त करने में सक्षम बनाएगी।