Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Feb, 2025 09:05 AM
![man attacked his wife and children with a knife and set the house on fire](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_09_03_492756905saharanpurcrime-ll.jpg)
Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां एक मेडिकल स्टोर संचालक ने अपनी पत्नी और बच्चों पर चाकू से हमला किया और बाद में ससुराल के घर में आग लगा दी। घटना शाहजहांपुर के...
Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां एक मेडिकल स्टोर संचालक ने अपनी पत्नी और बच्चों पर चाकू से हमला किया और बाद में ससुराल के घर में आग लगा दी। घटना शाहजहांपुर के सदर क्षेत्र के दिलाजाक मुहल्ले की आर्यनगर कॉलोनी में हुई।
पहले पत्नी और बच्चों पर चाकू से किया हमला, फिर घर में लगा दी आग
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ससुराल में पहुंचकर विक्रम सिंह नामक संचालक ने अपनी पत्नी शालू दिवाकर पर चाकू से हमला किया। जब शालू के तीन बच्चे, सिमरन, स्वाति और आर्यन, अपनी मां को बचाने आए तो विक्रम ने उन पर भी जानलेवा हमला किया। इसके बाद विक्रम ने कमरे में आग लगा दी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। शालू किसी तरह अपने बच्चों के साथ घर से बाहर निकलीं।
आग लगने से जल गया लाखों रुपए का सामान
बताया जा रहा है कि विक्रम की इस हरकत से वहां किराए पर रह रही महिला कांस्टेबल सीमा का सामान भी जल गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन विक्रम ने खुद को तीसरी मंजिल पर पहुंचा लिया और कूदकर जान देने की धमकी देने लगा। पुलिस ने उसे समझाया कि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब वह छत से नीचे आया। घायलों को मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जबकि विक्रम को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। आग बुझाने के दौरान शालू के पिता निर्मल भी झुलस गए। आग लगने से लाखों रुपए का सामान जल गया, जिसमें कपड़े और अन्य वस्तुएं शामिल हैं।
विक्रम ने शालू पर कई बार बनाया समझौता करने का दबाव
शालू ने बताया कि शादी के बाद विक्रम ने उसे कई बार प्रताड़ित किया और उसकी पिटाई भी की। पहले भी पंचायतें हुईं, लेकिन विक्रम का व्यवहार नहीं बदला। विक्रम ने शालू पर कई बार समझौता करने का दबाव बनाया, लेकिन उसने मना कर दिया। इस घटना के बाद शालू अपने बच्चों के साथ मायके आ गई थी। इस पूरे मामले में स्थानीय लोगों ने तमाशबीन बने रहकर किसी प्रकार की मदद नहीं की। घटना के बाद पुलिस ने लोगों की सहायता से आग बुझाई।