Edited By Anil Kapoor,Updated: 18 Apr, 2025 11:54 AM

Aligarh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और हरदोई जिलों से जुड़ी एक अनोखी और चर्चा में बनी प्रेम कहानी इन दिनों सुर्खियों में है। यह कहानी है राहुल नाम के एक युवक और उसकी होने वाली सास अनीता देवी की, जिन्होंने समाज की पारंपरिक सीमाओं को तोड़ते हुए साथ...
Aligarh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और हरदोई जिलों से जुड़ी एक अनोखी और चर्चा में बनी प्रेम कहानी इन दिनों सुर्खियों में है। यह कहानी है राहुल नाम के एक युवक और उसकी होने वाली सास अनीता देवी की, जिन्होंने समाज की पारंपरिक सीमाओं को तोड़ते हुए साथ रहने का फैसला किया। लेकिन मामला सिर्फ इतना भर नहीं है-इसमें शामिल हैं अतीत के रिश्ते, बिखरते परिवार और भावनाओं से भरी एक उलझी हुई दास्तान, जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
'सिर्फ एक, दो नहीं...' राहुल की जुबानी
मिली जानकारी के मुताबिक, राहुल ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि उसके बारे में फैलाई जा रही बातों में अतिशयोक्ति है। उसने बताया कि अनीता देवी से पहले वह सिर्फ एक महिला के साथ भागा था, 2 के साथ नहीं। वह मामला पंचायत में सुलझ गया था और वे साथ नहीं रह पाए। राहुल ने यह भी बताया कि वह अपनी शादी की तैयारियों में व्यस्त था, जब अनीता का फोन आया और वह उसे लेकर अलीगढ़ से दूर निकल गया। राहुल का कहना है कि अगर मैं अनीता के साथ नहीं जाता, तो वो कुछ भी कर सकती थी। मुझे लगा मैं उसे बचा रहा हूं, ना कि घर तोड़ रहा हूं।
पति की गुहार: 'मैं तलाक नहीं देना चाहता'
बताया जा रहा है कि अनीता के पति जितेंद्र इस रिश्ते से गहरे आहत हैं, मगर उनके बयान में अभी भी परिवार को फिर से जोड़ने की कोशिश नजर आती है। उन्होंने कहा कि वे अपनी पत्नी को तलाक नहीं देना चाहते क्योंकि उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिन्हें मां की जरूरत है। हालांकि उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अनीता घर से जाते समय नकदी, जेवर और सिक्के लेकर गईं। जितेंद्र ने राहुल पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं कि वह महिलाओं को फंसाकर उनका विश्वास तोड़ता है और उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाता है। उनका कहना है कि कानून को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
अनीता की आपबीती: 'सालों से सह रही थी, अब और नहीं'
अनीता देवी का पक्ष भी उतना ही भावुक और गंभीर है। उन्होंने साफ कहा कि अब वे अपने पति के पास वापस नहीं जाना चाहतीं। अनीता ने आरोप लगाया कि उन्हें वर्षों तक शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। सिर्फ 1500 रुपए महीना और उस पर भी हिसाब-किताब, अपमान और ताने- यही था उनका वैवाहिक जीवन। अनीता का कहना है कि उन्होंने घर से कुछ नहीं लिया, बस 200 रुपए और अपना मोबाइल साथ था। अनीता के मुताबिक, राहुल ने उन्हें भागने के लिए मजबूर नहीं किया, बल्कि एक सहारा दिया। हर किसी की सहने की हद होती है और मेरी हद खत्म हो चुकी थी।
समाज, रिश्ते और कानून के बीच फंसी एक कहानी
यह पूरा मामला ना सिर्फ एक असामान्य प्रेम कहानी है, बल्कि इसमें घरेलू हिंसा, आर्थिक शोषण, सामाजिक मर्यादाओं और पारिवारिक जिम्मेदारियों की भी परछाइयां हैं। राहुल और अनीता की कहानी को लोग जहां समाज विरोधी बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे महिला के आत्मसम्मान और हक की लड़ाई के रूप में भी देख रहे हैं।