Moradabad News: बांग्लादेश से लौटी मेडिकल छात्रा ने सुनाई आपबीती- 'बाहर हिंसा, हम कैंपस में बंद, परिजनों से कोई कांटेक्ट नहीं'

Edited By Anil Kapoor,Updated: 08 Aug, 2024 02:56 PM

a medical student who returned from bangladesh narrated her ordeal

Moradabad News: बांग्लादेश में सरकार का तख्ता पलट हो गया, बांग्लादेश में हर जगह अराजकता का माहौल फैला हुआ है। खबरें यह भी आ रही हैं कि हिंदू मंदिर तोड़े जा रहे हैं और हिंदुओं का उत्पीड़न हो रहा है। ऐसे में भारत देश के कई छात्र-छात्रा भी बांग्लादेश...

(सागर रस्तौगी)Moradabad News: बांग्लादेश में सरकार का तख्ता पलट हो गया, बांग्लादेश में हर जगह अराजकता का माहौल फैला हुआ है। खबरें यह भी आ रही हैं कि हिंदू मंदिर तोड़े जा रहे हैं और हिंदुओं का उत्पीड़न हो रहा है। ऐसे में भारत देश के कई छात्र-छात्रा भी बांग्लादेश में पढ़ाई कर रहे हैं। उनमें से एक मुरादाबाद की आंचल सैनी है जोकि बांग्लादेश के गाजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा हैं और इन सब के बीच हाल ही में इंडियन एंबेसी की मदद से भारत देश वापिस लौट पाई हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक, एमबीबीएस सेकंड ईयर की छात्रा ने बांग्लादेश में हो रहे अराजकता के माहौल के बारे में जिक्र करते हुए बताया कि करीब 7 दिन तक उनके माता पिता से उनकी कोई बातचीत नहीं हो पाई थी। वहीं सख्त आदेश थे कि कॉलेज से बाहर नहीं जाना है। इसके साथ ही  छात्रा ने बताया कैसे भारत सरकार की मदद से और भारतीय छात्र छात्राओं के साथ अपने देश वापिस लौट पाई हैं।

बांग्लादेश से लौटी मेडिकल छात्रा ने सुनाई आपबीती
एमबीबीएस सेकंड ईयर की छात्रा ने बताया कि मैं बांग्लादेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हूं सेकंड ईयर में हूं। वहां पर प्रोटेस्ट चल रहा था क्योंकि वहां जो सीट थी गवर्नमेंट ने फ्रीडम फाइटर के लिए कर दी थी और कुछ पर्सेंट आम जनता के लिए जिसकी वजह से स्टूडेंट को गुस्सा और उन्होंने प्रोटेस्ट स्टार्ट कर दिया। वहां पर स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गई थी, कॉलेज स्कूल सभी बंद हो गए थे। हमारा एग्जाम था वह भी पोस्टपोन हो गया था। हमें कहीं भी बाहर नहीं जाने दिया गया। अब हम कोई भी कांटेक्ट नहीं कर पा रहे थे अपने पेरेंट्स से।

इतना सब होने के बाद सीनियर्स ने गवर्नमेंट को अप्रोच किया कि हमें इंडिया वापस भेज दीजिए लेकिन टीचर मान नहीं रहे थे। वह लोग कह रहे थे कि 4-5 दिन में सब ठीक हो जाएगा लेकिन कुछ भी ठीक नहीं हो रहा था। बाहर की स्थिति बहुत खराब हो गई थी। हमने उन लोगों को फोर्स किया फिर इंडियन एंबेसी ने बांग्लादेश की गवर्नमेंट को फोर्स किया कि इंडियन बच्चों को वापस भेज दीजिए। उसके बाद 22 जुलाई को प्रिंसिपल हमारे हॉस्टल आए और उन्होंने बताया कि आप इंडिया वापस जा सकते हैं। इसके बाद हम वहां से निकल गए थे और इंडियन एंबेसी की वजह से ही हम वापस आ पाए हैं।

छात्रा आंचल सैनी ने बताया कि वह सभी भारतीय छात्र-छात्राओं के साथ बस के जरिए कोलकाता तक आए, इसके बाद ट्रेन के जरिए वह मुरादाबाद तक पहुंची है। आंचल सैनी ने कहा कि इंडिया एंबेंसी और भारत सरकार की मदद से ही हम भारत वापस आ पाए हैं। घर आकर बहुत ज्यादा अच्छा फील हुआ क्योंकि वहां पर कंडीशन बहुत ज्यादा खराब थी। हम वहां से निकाल कर आए बहुत अच्छा लग रहा है।

जानिए, क्या कहना है आंचल सैनी की मां और पिता का?
वहीं दूसरी तरफ आंचल सैनी की मां और पिता भी बहुत खुश है कि उनकी बेटी भारत वापस आ गई है। उनका कहना है कि उनकी बेटी बांग्लादेश में पढ़ाई कर रही थी। वहां पर झगड़ा शुरू हो गया लगभग एक हफ्ता हमारी बच्ची से कोई संपर्क नहीं हो पाया था। ऐसा लग रहा था कि वह किस हाल में होंगे। इसके बाद जिनके माध्यम से हमने बांग्लादेश में बेटी का एडमिशन कराया था जोकि कोलकाता में रहते हैं उनसे बातचीत की लेकिन संतुष्टि नहीं मिली, जिसके बाद भारत सरकार की मदद से हमारी बच्ची वापस आ पाई है।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!