Edited By Ajay kumar,Updated: 01 Feb, 2020 01:13 PM
जिला अस्पताल को लेकर आए दिन लापरवाही और शिकायतें मिलती रहती हैं। बदहाली चरम पर है। खबर खास तब हो गई जब सहारनपुर का...
सहारनपुरः जिला अस्पताल को लेकर आए दिन लापरवाही और शिकायतें मिलती रहती हैं। बदहाली चरम पर है। खबर खास तब हो गई जब सहारनपुर का जिला अस्पताल CM के रिश्तेदार का इलाज करने में ही असमर्थ रहा।
जिला अस्पताल में नहीं हैं डॉक्टर
बता दें कि CM के सगे मौसा राजेंद्र कुमार बिष्ट चक्कर खाकर बेहोश हो गए जिसके बाद उनके बेटे उन्हें सहारनपुर के जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पर CM के मौसा को ICU में एडमिट किया गया, लेकिन अस्पताल में कोई भी कार्डियोलॉजिस्ट औऱ न्यूरोसर्जन उनको देखने के लिए नहीं पहुंचा। जैसे ही यह खबर सीनियर डॉक्टरों को लगी की UP के CM के सगे मौसा ICU में एडमिट हैं तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर उनके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया, इतना ही नहीं परिजनों से आग्रह किया कि मरीज को इलाज के लिए कहीं बाहर किसी प्राइवेट अस्पताल में ले जाएं क्योंकि जिला अस्पताल के अंदर डॉक्टर मौजूद नहीं है।
हाल में CM ने किया था दौरा
बता दें कि सहारनपुर का यह वही जिला अस्पताल है जहां अभी कुछ दिन पहले खुद CM योगी ने तूफानी दौरा किया था और तमाम सुविधाएं जिला अस्पताल में उपलब्ध कराए जाने का अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किया था। उन्होंने कहा था कि किसी भी सूरत में किसी भी मरीज के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए। लेकिन यह बातें CM के जाते ही हवा हवाई हो गई और अब हाल क्या है इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है।
CM के मौसा हैं मरीज
दरअसल मुख्यमंत्री उत्तराखंड के रहने वाले हैं और इनकी सगी मौसी सहारनपुर के नवीन नगर मोहल्ला में रहती हैं। आज सुबह इन्हीं के पति की अचानक तबियत खराब हो गई थी तो उनके दोनों बेटे और पड़ोसी मुख्यमंत्री के मौसा को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाए थे, लेकिन बीमार जिला अस्पताल CM के मौसा का इलाज करने में नाकाम साबित हुआ, बड़े सवाल तो उठते ही हैं आखिर इन सवालों के जवाब कौन देगा जब प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ के रिश्तेदार मौसा का इलाज ही इस जिला अस्पताल में नहीं हो पाया तो सहारनपुर जिले के रहने वाले आम लोगों का क्या इलाज होगा अंदाजा लगाया जा सकता है।