Edited By Ajay kumar,Updated: 02 Nov, 2020 04:14 PM
उत्तर प्रदेश के 10 सीटों पर राज्यसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 10 सीटों पर राज्यसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं। सभी 10 प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इस चुनाव में बीजेपी ने 8, बीएसपी ने 1, सपा ने 1 उम्मीदवार खड़ा किए थे। इन तीनों दलों के सभी प्रत्यासियों को निर्विरोध जीत मिली है।
बता दें कि राज्यसभा के चुनाव में उत्तर प्रदेश में संख्या बल के आधार पर आठ सीटों पर भाजपा की एकतरफा जीत दिख रही है, जबकि एक सीट आराम से सपा को मिल जाएगी। कांग्रेस और सुहेलेदेव भारतीय समाज पार्टी जैसे दल साथ मिलकर चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं हैं। उत्तर प्रदेश कोटे से राज्यसभा में 25 नवंबर को रिक्त होने वाली दस सीटों में इस समय भाजपा के पास तीन, सपा के पास चार, बसपा के पास दो और कांग्रेस के पास एक सीट है। विधानसभा सचिवालय के एक अधिकारी के अनुसार 403 सदस्यों वाले सदन में मौजूदा समय में 395 सदस्य हैं। राज्यसभा सीट जीतने के लिए एक उम्मीदवार को 37 विधायकों के मतों को प्राप्त करना जरूरी है।
गौरतलब है कि सदन में भाजपा के 304 और सपा के 48 सदस्यों के अलावा बसपा के 18, अपना दल (एस) के नौ, कांग्रेस के सात, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार और अन्य छोटे दलों समेत पांच निर्दलीय विधायक हैं। उत्तर प्रदेश के कोटे से 25 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे 10 राज्यसभा सदस्यों में भाजपा के तीन - केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, अरुण सिंह और नीरज शेखर शामिल हैं। समाजवादी पार्टी के प्रोफेसर राम गोपाल यादव, चंद्रपाल सिंह यादव, राम प्रकाश वर्मा और जावेद अली खान और बसपा के राजाराम और वीर सिंह का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इनके साथ ही कांग्रेस के पीएल पूनिया का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है। सपा की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव को उम्मीदवार बनाया गया है। उन्होंने पिछले दिनों अपना नामांकन दाखिल किया।