Edited By Ramkesh,Updated: 14 Jan, 2022 06:35 PM

बहुजन समाज पर्टी (बसपा) के निलंबित चल रहे विधायक रामवीर उपाध्याय ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही उपाध्याय के समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने की अटकलें तेज हो गयी हैं। उपाध्याय ने बसपा सुप्रीमो मायावती...
लखनऊ: बहुजन समाज पर्टी (बसपा) के निलंबित चल रहे विधायक रामवीर उपाध्याय ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही उपाध्याय के समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने की अटकलें तेज हो गयी हैं। उपाध्याय ने बसपा सुप्रीमो मायावती को भेजे अपने त्यागपत्र में पार्टी के अपने सिद्धांतों से भटकने को वजह बताते हुये पार्टी छोड़ दी। उन्होंने त्यागपत्र में कहा कि वह पिछले 25 वर्ष से बसपा के सक्रिय सदस्य रहे और पार्टी के लगातार घटते जनसमर्थन के लिये आग्रह भी किया।
उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने इसकी समीक्षा नहीं की। उपाध्याय ने कहा, ‘‘चुनाव में उम्मीद के अनुसार सीट न जीतने पर भी पार्टी द्वारा कोई समीक्षा नहीं की गयी जिसकी मेरे द्वारा समय समय पर मांग की गयी थी। मैंने आपको 2019 के लोकसभा चुनाव में अवगत कराया था कि हम इस चुनाव में भी उम्मीद के अनुसार सीट हासिल नहीं कर रहे हैं। क्योंकि, हमारे पास से कैडर वोट भी खिसक रहा है।''
उन्होंने कहा कहा, ‘‘आपने (मायावती) मेरे द्वारा बताई गई सच्चाई को नकारते हुए मुझे पार्टी से निलंबित कर दिया। जिससे मेरी एवं मेरे समर्थकों की भावना आहत हुई। आज बसपा मान्यवर कांशीराम साहब द्वारा बनाये हुए सिद्धान्तों एवं आदर्शों से भटक चुकी है इस कारण में बसपा की सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं। उल्लेखनीय है कि उपाध्याय, हाथरस जिले की सादाबाद सीट से विधायक हैं। वह पिछली सरकारों में उत्तर प्रदेश के ऊर्जा, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवहन मंत्री रह चुके हैं।