Edited By Purnima Singh,Updated: 17 Jan, 2025 02:25 PM
पूरी घटना भदोखर थाना क्षेत्र के ग्राम एकछनिया की है। जहां कल बृहस्पतिवार तड़के 60 वर्षीय मृतक कल्लू यादव का शव उनके घर के बाहर जानवर बांधने के स्थान पर खून से लतपथ पाया गया। सुबह मौके पर पहुंची पत्नी शिवकली ने देखकर चिल्लाते हुए आनन फानन सूचना...
रायबरेली (शिवकेश सोनी) : आज के कलयुग में परिवारिक रिश्तों में बंटवारे व जमीनी विवाद में हो रही हत्याएं तो आप ने सुनी होंगी लेकिन भाई की मौत के बाद अगर बेसहारा भाभी के परिवार के लिए एक भाई मददगार बन जाय तो परिवार व दुनिया उसे शक की निगाहों से जरूर देखेगी। कुछ ऐसा ही मामला रायबरेली जिले के भदोखर थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहां एक बुजुर्ग को भाभी व उसके बच्चों के लिए मददगार बनना महंगा पड़ गया। पत्नी व बेटे के समझाने के बाद आखिरकार कलयुगी बेटा पिता का हत्यारा बन गया।
आपको बता दें कि पूरी घटना भदोखर थाना क्षेत्र के ग्राम एकछनिया की है। जहां कल बृहस्पतिवार तड़के 60 वर्षीय मृतक कल्लू यादव का शव उनके घर के बाहर जानवर बांधने के स्थान पर खून से लतपथ पाया गया। सुबह मौके पर पहुंची पत्नी शिवकली ने देखकर चिल्लाते हुए आनन फानन सूचना बच्चों सहित भदोखर पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल टीम के साथ छानबीन शुरू करते हुए शक के आधार पर गुजरात में काम कर रहे कलयुगी बेटे सुरेंद्र को हिरासत में लेकर हत्या की घटना का पर्दाफाश कर दिया।
मृतक कमाई का ज्यादा हिस्सा भाभी पर खर्च करता था
घटना में पुलिस की माने तो मृतक कल्लू यादव के तीन भाइयों की मौत हो चुकी है, मृतक कल्लू यादव के सुरेंद्र व धर्मेंद्र दो बेटे हैं। मृतक की पत्नी और बेटों से अक्सर अनबन रहती थी क्योंकि कल्लू यादव अपनी कमाई के रुपए भाभी और उसके परिवार पर खर्च करता था। गांव में पूछताछ में पता चला कि गुजरात में बुनाई का कार्य करने गया बेटा सुरेंद्र पिता का काम तमाम करने की धमकी भी दे चुका है।
गुजरात से रायबरेली आकर कैसे दिया घटना को अंजाम
हत्यारे बेटे सुरेन्द्र ने एक षड्यंत्र के तहत पहले खल्लर की रॉड खरीदी। फिर गुजरात से प्रयागराज के रास्ते भदोखर के एकछनिया गांव अपने घर पहुंचकर सुबह 3 बजे लगभग बाहर पुआल में सो रहे बुजुर्ग पिता को मोटी रॉड से सिर पर तीन बार प्रहार कर मौत के घाट उतार कर फरार हो गया।
हत्यारे ने स्वयं को गुजरात में बताया, मिला उन्नाव के आसपास
कहते है कानून के हाथ बड़े लंबे होते हैं। यह पुलिस की बनी दो टीमों ने मात्र 8 घंटे में साबित करते हुए सुरेंद्र को लोकेशन के आधार पर धर दबोचा। जबकि घर से सूचना देने पर उसने खुद को गुजरात में बताकर कल आने की बात कही। लेकिन मृतक की जेब में मिले 30 हजार नकद से यह साफ हुआ कि हत्यारा कोई पारिवारिक है। वहीं सर्विलांस टीम की लोकेशन से सुरेन्द्र पर शक और बढ़ाते हुए उन्नाव से गिरफ्तार करते हुए मिले शिकायती पत्र के आधार पर मु0अ0सं0 14/2025 धारा- 103(1) बनाम अज्ञात अभियोग पंजीकृत कर मात्र 8 घंटे में हत्यारे को जेल का रास्ता दिखाया।