Edited By Ramkesh,Updated: 02 Jun, 2022 01:13 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में भले ही स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने का दावा करे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। ऐसा ही ताजा मामला संभल जिले से सामने आया है जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। दरअसल एक सख्स का...
संभल: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में भले ही स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने का दावा करे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। ऐसा ही ताजा मामला संभल जिले से सामने आया है जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। दरअसल एक सख्स का एक्सीडेंट हो गया स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी 108 पर दी लेकिन कोई भी एम्बुलेंस घटना स्थल पर नहीं पहुंची। आनन फानन में सख्स को निजी वाहन से जिला अस्पताल लाया गया। जहां उसे स्ट्रेचर तक नहीं मिला। पीड़ित युवक घायल पिता को कंधे पर लेकर जाता हुआ दिखाई पड़ा जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वहीं जब बेटे से इस बारे में सवाल किया गया तो उसने बताया कि एम्बुलेंस को कई बार फोन किया गया उसके बावजूद भी एम्बुलेंस नहीं मिली। बाद में जब किसी निजी साधन से जिला अस्पताल लाया गया तो वहां पर उसे स्ट्रेचर भी नहीं मिला। पीड़ित ने बताया कि जिला अस्पताल से भी पिता को ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। अब बड़ा सवाल होता है कि जब सरकार फ्री एम्बुलेंस, इलाज की सुविधा दे रही है उसके बावजूद भी ये कौन लोग है जो सरकार की मंशा पर पानी फेरने में लगे है। ऐसे लोगो सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।