Edited By Ramkesh,Updated: 02 Jan, 2023 03:15 PM

Shivpal
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह Shivpal यादव ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण देने के...
इटावा: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह Shivpal यादव ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण देने के लिए जो आयोग अब गठित हुआ है, उसे दो-ढाई साल पहले ही गठित करना चाहिए था। पूर्व मंत्री एवं सपा नेता यादव ने कहा, ‘‘समाजवादियों ने पहले आरक्षण पाने के लिये लड़ाई लड़ी और अब आरक्षण बचाने के लिए लड़ाई लड़नी पड़ेगी। अब संघर्ष सड़कों पर चलेगा।''
पिछड़े वर्ग का आरक्षण खत्म करना चाह रही भाजपा
उन्होंने कहा कि सरकार को आयोग बनाकर समय पर आरक्षण लागू करके समय से चुनाव कराना चाहिए था लेकिन सरकार पिछड़े वर्ग का आरक्षण खत्म करना चाह रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार ने पहले पिछड़ों का आरक्षण और फिर दलितों का आरक्षण खत्म करने की साजिश की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्गों को आरक्षण उपलब्ध कराने के लिए पांच सदस्यीय पिछड़ा वर्ग आयोग का बुधवार को गठन किया। इस आयोग की अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) राम अवतार सिंह करेंगे। नगर विकास विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के मुताबिक, आयोग का कार्यकाल अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार ग्रहण करने के दिन से छह महीने के लिए होगा। इस आयोग का गठन ऐसे समय में किया गया है जब एक दिन पूर्व इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार की अधिसूचना के मसौदे को खारिज कर दिया और ओबीसी को बगैर आरक्षण दिए स्थानीय निकाय चुनाव कराने का आदेश दिया।
जो आयोग अब बना उसे तो दो-ढाई साल पहले ही बनाना चाहिए था
राम अवतार सिंह ने गत दिनों से बातचीत में कहा था कि निर्धारित प्रक्रिया पर उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देश के अनुसार पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के लिए ‘ट्रिपल टेस्ट' की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और इस प्रक्रिया में लगभग छह महीने लगेंगे। पत्रकारों से बातचीत में शिवपाल सिंह यादव ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार का मंसूबा पिछड़ों, दलितों का आरक्षण समाप्त करने का है।
उन्होंने कहा, ‘‘निकाय चुनावों को आगे टालने के लिए सरकार आरक्षण को ऐसे ही टाले रही है और जो आयोग अब बन रहा है उसे तो दो-ढाई साल पहले ही बन जाना चाहिए था।'' यादव ने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि जिस तरह से समाजवादियों और जनप्रतिनिधियों का उत्पीड़न पूरे देश में हो रहा है और झूठे मुकदमे लगाकर जेलों मे भेजा जा रहा है, ये उत्पीड़न हम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने दावा किया कि 2024 में समाजवादी लोग भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे।
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