Edited By Mamta Yadav,Updated: 01 Aug, 2025 10:58 PM

उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में एक स्कूल के प्रबंधक द्वारा लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी से अवैध कॉलोनी की शिकायत किए जाने के बाद एमडीएम के अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद टूट गई। जिसके चलते उक्त कॉलोनी पर योगी का बुलडोजर जमकर गरजा और एमडीएम के...
Shamli News, (पंकज मलिक): उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में एक स्कूल के प्रबंधक द्वारा लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी से अवैध कॉलोनी की शिकायत किए जाने के बाद एमडीएम के अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद टूट गई। जिसके चलते उक्त कॉलोनी पर योगी का बुलडोजर जमकर गरजा और एमडीएम के अधिकारियों की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल और पीएसी बल भी तैनात रहा। जिसके चलते स्कूल प्रबंधक सीएम योगी की प्रशंसा करते नहीं थक रहे। वहीं एमडीएम के अधिकारी का कहना है कि आज शामली जिले में इसके अलावा भी अन्य अवैध कॉलोनियों पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जाएगी। सीएम के आदेश के बाद एमडीए की कार्यवाही से भूमाफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।

बता दें कि पूरा मामला थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के पानीपत खटीमा मार्ग स्तिथ एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान के समीप निर्मित की गई अवैध कॉलोनी का है। बताया जा रहा है कि उक्त कॉलोनी को लेकर स्कूल के प्रबंधक चेतन मुंजाल द्वारा प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचकर सीएम योगी से शिकायत की गई थी। जिसके बाद शुक्रवार को एमडीए हरकत में आया और एमडीए के उच्चाधिकारी अपनी टीम को लेकर भारी पुलिस बल और पीएसी बल के साथ दो बुलडोजर लेकर अवैध कॉलोनी पर पहुंचे। जहां एमडीए की टीम को लाव लश्कर के साथ आता देख भूमाफिया मौके से गायब हो गए। जिसके बाद दोनों बुलडोजर से पूरी कॉलोनी को ध्वस्त किया गया।

इस दौरान एमडीए के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त कॉलोनी पर पूर्व में भी कार्यवाही की गई थी। जिसके बाद इन्होंने नक्शे के लिए अप्लाई किया था लेकिन वो स्कूटनी में ही फेल हो गया। जिसके बाद इन्होंने कोई प्रयास नहीं किया। जिसके चलते आज फिर से उक्त अवैध कॉलोनी पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही अमल में लाई गई है। वहीं इसके अलावा भी आज शामली जिले में कई अन्य अवैध कॉलोनियों पर एमडीए का बुलडोजर चलने वाला है। वहीं शामली में बैठे विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की शह पर शामली में अवैध कॉलोनियों का मकड़जाल फैला हुआ है। लेकिन एमडीए भी महज ध्वस्तीकरण तक ही सीमित रहता है और कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती। जिसके चलते शामली में भूमाफियाओं के हौंसले बुलंदियों पर है।