Edited By Pooja Gill,Updated: 16 Dec, 2024 10:00 AM
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल में सांप्रदायिक दंगों के बाद 1978 से बंद रखे गए एक मंदिर को प्रशासन द्वारा पुनः खोले जाने पर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह मंदिर रातोंरात प्रकट नहीं हुआ है, बल्कि यह ‘‘हमारी चिरस्थायी विरासत और हमारे इतिहास की...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल में सांप्रदायिक दंगों के बाद 1978 से बंद रखे गए एक मंदिर को प्रशासन द्वारा पुनः खोले जाने पर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह मंदिर रातोंरात प्रकट नहीं हुआ है, बल्कि यह ‘‘हमारी चिरस्थायी विरासत और हमारे इतिहास की सच्चाई'' का प्रतिनिधित्व करता है। मुख्यमंत्री ने 46 साल पहले संभल में हुई दुखद घटनाओं का उल्लेख किया, जहां निर्दोष लोगों ने ‘‘बर्बर हिंसा'' में अपनी जान गंवा दी थी। मुख्यमंत्री ने सवाल किया, ''नरसंहार के अपराधियों को दशकों बाद भी अदालत के कठघरे में क्यों नहीं लाया गया?'' उन्होंने उन लोगों की आलोचना की, जो “सच्चाई को दबाने और कुंभ जैसे सांस्कृतिक आयोजनों को कलंकित करने” का प्रयास करते हैं तथा इस बात पर जोर दिया कि सच्चाई की आवाज को अक्सर धमकियों और खामोश कराने के प्रयासों का सामना करना पड़ता है।
मंदिर के बारे में ये बोले सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी ने संभल स्थित मंदिर के बारे में बात की, जिसे स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान दशकों बाद हाल में खोला गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “संभल में इतना प्राचीन मंदिर, बजरंग बली की प्राचीन मूर्ति और ज्योतिर्लिंग रातोंरात तो नहीं प्रकट हो गईं। यह हमारी चिरस्थायी विरासत और हमारे इतिहास की वास्तविकता का प्रतिनिधित्व करता है।”
महाकुंभ पर बोले सीएम योगी
सीएम योगी ने ये भी कहा कि 45 दिवसीय प्रयागराज महाकुंभ (13 जनवरी से 26 फरवरी तक) में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है तथा 100 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मुख्य मुहूर्त पर छह करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज में संगम में डुबकी लगाने का अनुमान है, लेकिन 10 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए तैयारियां की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने 2019 के प्रयागराज कुंभ के परिवर्तन को रेखांकित करते हुए कहा कि इसने उम्मीदों को नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा, “जिसने भी 2019 का कुंभ देखा होगा, उसने पाया होगा कि किस तरह लीक से हटकर प्रयास किए गए, जिससे यह स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बना। जहां कभी गंदगी, अव्यवस्था, भगदड़ और असुरक्षा की स्थिति हुआ करती थी, वह एक दिव्य और भव्य आयोजन बन गया।” आदित्यनाथ ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर भारत की विरासत पर “विशेष स्वामित्व” का दावा करने के लिए कटाक्ष किया। उन्होंने किसी भी पार्टी का नाम लिए बिना कहा, “कुछ लोग भारत का ठेका लिए घूम रहे हैं और “डिस्कवरी ऑफ इंडिया” (भारत एक खोज) को भारत का सबसे प्राचीन ग्रंथ मानते हैं।''