Edited By Pooja Gill,Updated: 15 Dec, 2024 11:18 AM
Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल जिला प्रशासन ने शनिवार को नखासा पुलिस थाने के अंतर्गत खग्गू सराय इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान के तहत 46 साल से बंद बताये जा रहे भस्म शंकर मंदिर को खोला। यह मकान 1978 के दंगे के दौरान हिंदू परिवार...
Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल जिला प्रशासन ने शनिवार को नखासा पुलिस थाने के अंतर्गत खग्गू सराय इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान के तहत 46 साल से बंद बताये जा रहे भस्म शंकर मंदिर को खोला। यह मकान 1978 के दंगे के दौरान हिंदू परिवार का था। तब से यह बंद पड़ा था। 46 साल बाद खुले मंदिर में आज रविवार की सुबह हनुमान मंदिर में आरती की गई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने पूजा पाठ किया।
1978 से बंद था मंदिर
क्षेत्र में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर रही उप जिलाधिकारी वंदना मिश्रा ने कहा, "क्षेत्र का निरीक्षण करते समय, हम इस मंदिर में अचानक पहुंचे। इसे देखते ही मैंने तुरंत जिले के अधिकारियों को सूचित किया। हम सभी एक साथ यहां आए और मंदिर को फिर से खोलने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि स्थानीय निवासियों ने पुष्टि की है कि यह मंदिर 1978 से बंद था। मंदिर के पास एक कुआं भी है और अधिकारी उसके जीर्णोद्धार की योजना बना रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने मंदिर से जुड़ी अपनी यादें साझा कीं। कई लोगों ने समुदाय के लिए एक धार्मिक स्थल के रूप में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
डीएम और एसपी ने देखरेख में मंदिर का दरवाजा खुलवाया
संभल के मुस्लिम बहुल मोहल्ले खग्गू सराय में 46 साल से ताला बंद मंदिर मिला है। डीएम और एसपी ने शनिवार को अपनी देखरेख में मंदिर का दरवाजा खुलवाया। एएसपी श्रीश्चंद्र और सीओ अनुज चौधरी ने अपने हाथों से मंदिर की सफाई की। इसके बाद मंदिर परिसर में बने कुएं की भी खोदाई कराई गई, जो मंदिर बंद होने के बाद पाट दिया गया था।
1978 के दंगों के बाद से बंद हुआ मंदिर
नगर हिंदू महासभा के 82 वर्षीय संरक्षक विष्णु शंकर रस्तोगी ने कहा, "मैं अपने जन्म से ही खग्गू सराय में रहता हूं। वर्ष 1978 के दंगों के बाद, हमारे समुदाय को इस क्षेत्र से पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। हमारे कुलगुरु को समर्पित यह मंदिर तब से बंद है।" बता दें कि संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत की घटना के कुछ सप्ताह बाद, प्रशासन ने मुगलकालीन मस्जिद के आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण और बिजली चोरी से निपटने के लिए अभियान शुरू किया है। खग्गू सराय जामा मस्जिद से सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।