Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 21 Mar, 2022 06:26 PM

उत्तर प्रदेश में नयी सरकार के गठन के साथ ही ग्रामीण इलाकों में श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार देने की जिला स्तर पर तैयारी पूरी कर ली गयी है। जौनपुर जिले के उपायुक्त (मनरेगा) भूपेंद्र सिंह ने सोमवार को बताया कि मनरेगा...
जौनपुर: उत्तर प्रदेश में नयी सरकार के गठन के साथ ही ग्रामीण इलाकों में श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार देने की जिला स्तर पर तैयारी पूरी कर ली गयी है। जौनपुर जिले के उपायुक्त (मनरेगा) भूपेंद्र सिंह ने सोमवार को बताया कि मनरेगा के तहत लंबित कार्यों को पूरा कराने की कार्ययोजना बना ली गयी है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी 21 विकासखंडों में स्वीकृत कार्यों को मनरेगा मजदूरों के माध्यम से पूरा कराया जायेगा।
सिंह ने बताया कि अधिकांश गांवों में कार्य सीमित होने की वजह से काडर्धारकों को रोजगार नहीं मिल पा रहा था। इसके लिए ब्लॉकवार रिपोर्ट मांगी है। सिंह ने कहा कि मनरेगा में जॉब काडर्धारकों की संख्या बढ़ कर लगभग पांच लाख तक पहुंच गई है, हालांकि इनमें सक्रिय जॉब काडर्धारकों की संख्या महज 3 लाख हैं।
उन्होंने कहा कि जिले के 1740 गांवों में मनरेगा कामों की शुरुआत से बड़ी संख्या में श्रमिकों को रोजगार मिल सकेगा। सिंह ने कहा कि सभी खंड विकास अधिकारियों (बीडीओ) को गांवों में कच्चे व पक्के कार्यों का आंकलन कर इसकी जानकारी मुहैया कराने का निर्देश दिया है, जिससे काडर्धारकों को रोजगार मुहैया कराया जा सके।