Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 08 Jul, 2019 12:04 PM
उत्तर प्रदेश में बेखौफ दबंगों को पुलिस का कोई खौफ नहीं है। इसकी ताजा बानगी हारस जिले में देखने को मिली है। जहां दबंगों के डर एक परिवार घर छोड़ने को मजबूर है। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर भी नाइंसाफी का आरोप लगाया है। वहीं इस मामले में एएसपी का...
हाथरसः उत्तर प्रदेश में बेखौफ दबंगों को पुलिस का कोई खौफ नहीं है। इसकी ताजा बानगी हारस जिले में देखने को मिली है। जहां दबंगों के डर एक परिवार घर छोड़ने को मजबूर है। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर भी नाइंसाफी का आरोप लगाया है। वहीं इस मामले में एएसपी का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी और परिवार को सुरक्षा उपलब्ध की जाएगी।
मामला थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव भुर्रका का है। यहां 13 जून को जेसीबी से मिट्टी खोदने को लेकर दो पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर पथराव हुआ। एक पक्ष के वृद्ध रामसेवक सिंह की नाक पर चोट लगने से मौत हो गई। घटना के संबंध में मृतक रामसेवक सिंह के बेटे कुलदीप कुमार ने गांव के ही 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने पर नामजद लोगों की गिरफ्तारी करके उन्हें जेल भेज दिया है।
कुलदीप का कहना है कि अब दबंगों के परिवार के लोग उनके परिवार को डरा धमका रहे हैं। गांव छोड़ जाने की कह रहे हैं, जिसके चलते वह अपने परिवार के साथ गांव से पलायन करने पर मजबूर हैं। कुलदीप का कहना है कि पुलिस ने भी उनके साथ नाइंसाफी की है और मामले में धारा 302 की जगह 304 में मुकदमा दर्ज किया है।
उधर जिले के एएसपी का कहना है कि पीड़ित परिवार के गांव से पलायन को मजबूर होने के मामले की डीएसपी से जांच कराई जाएगी और परिवार को जरुरी सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। उनका कहना है कि प्रथम दृष्टया तो यह मामला धारा 304 का ही है, लेकिन इसकी विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।