Edited By Ramkesh,Updated: 26 Apr, 2025 01:09 PM

उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर से प्यार प्रसंग का ऐसा मामला सामने आया है, जिसने रिश्ते को तार-तार कर दिया है। यहां पर एक महिला ने ना उम्र का ख्याल किया ना ही रिश्ते की मर्यादा का। 52 साल की दादी ने पति को छोड़कर 25 साल के पोते से शादी रचा ली है। इस...
AmbedkarNagar (कार्तिकेय द्विवेदी): उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर से प्यार प्रसंग का ऐसा मामला सामने आया है, जिसने रिश्ते को तार-तार कर दिया है। यहां पर एक महिला ने ना उम्र का ख्याल किया ना ही रिश्ते की मर्यादा का। 52 साल की दादी ने पति को छोड़कर 25 साल के पोते से शादी रचा ली है। इस रिश्ते को लेकर चारो तरफ चार्च हो रही है।
जानिए पूरा मामला
बता दें कि, दस दिन पहले बसखारी थाना क्षेत्र के प्रतापपुर बेलवरिया दलित बस्ती में रहने वाली चार बच्चों की मां ने गांव के ही रिश्ते में लगने वाले अपने पोते संग फरार हो गई। दोनो ने गोविंद साहब मंदिर में शादी रचा ली है। बताया जा रहा है कि 52 वर्षीय इंद्रावती की शादी 20 साल पहले प्रतापपुर बेलवरिया निवासी चंद्रशेखर आजाद के साथ हुई थी... जिससे उसको एक लड़की और दो लड़का भी हुए थे।
दो साल पहले महिला की हुई थी शादी
महिला की चंद्रशेखर आजाद के साथ ये दूसरी शादी थी इससे पहले हुई शादी से भी इंद्रावती को एक लड़की पैदा हुई थी, जिसकी शादी भी चंद्रशेखर ने 2 साल पहले की थी। इधर कई सालों से इंद्रावती का चंद्रशेखर आजाद से मोह भंग हो गया उसके बाद फिर गांव में रहने वाले 25 साल के आजाद से प्यार हो गया। आजाद रिश्ते में उसका पोता लगता है। फरार होने वाली महिला इंद्रावती के पति चंद्रशेखर आजाद का आरोप है कि वह रोजी रोटी के लिए दूसरे शहर में रहता था. इसी दौरान उसकी पत्नी का संबंध घर के बगल के ही आजाद से हो गया।
पति बोला- प्रेमी संग मिलकर कराना चाहती थी हत्या
पति जब घर लौट कर आया तो उसे पत्नी के अफेयर का पता चला। चंद्रशेखर का कहना है कि मेरी पत्नी और उसका प्रेमी मिल कर हम लोगों को मारने का प्लान बना रहे थे। मुझे और तीनो बच्चों को जहरीला पदार्थ देकर मारने का प्लान बना रहे थे, लेकिन मुझे इसका पता चल गया और हम लोगों की जान बच गई। वहीं ग्रामीणों की मानें तो एक ही गांव और एक ही जाति का होने के नाते दोनों में दादी और पोते जैसा रिश्ता था। दोनों के प्रेम प्रसंग का मामला दो दिन पहले पुलिस चौकी लहटोरवा तक भी पहुंचा था, लेकिन बीते रविवार को परिवार और समाज से बेखौफ दोनों ने गोविंद साहब मंदिर में पहुंचकर शादी रचा ली। वहीं, शादी की खबर लगने पर दोनों के परिवार और बस्ती के लोगों ने दोनों का बायकॉट करने का फैसला किया है फिलहाल इस प्रेम प्रसंग की कहानी एक बार क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।