Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 19 May, 2020 05:13 PM
लॉकडाउन में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए मजदूर सड़कों पर पैदल चलकर पलायन कर रहे हैं और अब सरकार उनको जगह-जगह पर शेल्टर होम बनाकर उन शेल्टर होम में रोक कर उन्हें उनके घर उनके राज्य भेजने की व्यवस्था कर रही है। ऐसे में सरकार द्वारा लगातार सोशल...
नोएडाः लॉकडाउन में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए मजदूर सड़कों पर पैदल चलकर पलायन कर रहे हैं और अब सरकार उनको जगह-जगह पर शेल्टर होम बनाकर उन शेल्टर होम में रोक कर उन्हें उनके घर उनके राज्य भेजने की व्यवस्था कर रही है। ऐसे में सरकार द्वारा लगातार सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की बात कही जा रही है, लेकिन बात करें नोएडा के परी चौक के पास बने शेल्टर होम की तो जो तस्वीरें निकल कर आई हैं, वो चिंता का विषय है।
मजदूरों को सोमवार को इनके राज्य पश्चिम बंगाल राजस्थान और छत्तीसगढ़ भेजा जा रहा है, बसों के अंदर जो मजदूर बैठे हैं, उनका कहना है कि यहां पर ना तो सोशल डिस्टेंस है, लोग परेशान हैं कि आखिर जिस बस में 25 लोगों को बैठने की अनुमति है। वहां पर 70-80 यात्रियों को बैठाया गया है। इसलिए लोग काफी डरे हुए हैं कि आखिर वह बीमारी के संक्रमित ना हो जाए।
बस में बैठे मुसाफिरों का कहना है कि आज उन्हें सरकार उनके घर भेज रही है, लेकिन अगर बस की हालात को देखोगे तो बस में खचाखच यात्री भरे हुए हैं। जहां पर सोशल डिस्टेंस की बात की जा रही है कि हर बस में 25 लोगों को बैठाया जाएगा। अगर आप ग्रेटर नोएडा सेंटर होम के बाहर खड़ी बसों की हालत देखोगे तो दंग रह जाओगे कि आखिर कैसे सोशल डिस्टेंस की सरेआम प्रशासन के अधिकारी खुद ही धज्जियां उड़ा रहे हैं।