Edited By Mamta Yadav,Updated: 28 May, 2024 06:56 PM
आए दिन कहीं ना कहीं लोग सड़क हादसों का शिकार होकर मौत की नींद सो जाते हैं। हर रोज कहीं ना कहीं हो रहे हादसों में लोग शिकार बनते हुए अपनी जान से हाथ धोते हुए नजर आ रहे हैं। इन्हीं हादसों को रोकने के लिए मेरठ के एक 10वीं कक्षा के छात्र के द्वारा एक...
Meerut News, (आदिल रहमान): आए दिन कहीं ना कहीं लोग सड़क हादसों का शिकार होकर मौत की नींद सो जाते हैं। हर रोज कहीं ना कहीं हो रहे हादसों में लोग शिकार बनते हुए अपनी जान से हाथ धोते हुए नजर आ रहे हैं। इन्हीं हादसों को रोकने के लिए मेरठ के एक 10वीं कक्षा के छात्र के द्वारा एक पहल की गई है। छात्र की पहल सराहनीय है और इस पहल के ज़रिए उसने एक ऐसा हेलमेट बनाया है जिसे जब तक मोटरसाइकिल सवार नहीं पहनेंगे तब तक उसकी मोटरसाइकिल स्टार्ट नहीं होगी। छात्र की इस पहल के जरिए उसका मकसद यही है कि आए दिन सड़क हादसों में जान गंवाने वाले लोगों की तादाद कम हो सके और लोगों की जान बचाई जा सके।
दरअसल, मेरठ के सेंट जोज़फ़ इंटर कॉलेज के 10वीं कक्षा के छात्र अंश ने एक ऐसा हेलमेट बनाया है जिसे मोटरसाइकिल से कनेक्ट किया जाएगा और जब तक मोटरसाइकिल सवार अपना हेलमेट नहीं लगाएंगे तब तक उसकी मोटरसाइकिल स्टार्ट नहीं होगी। इस प्रोजेक्ट को बनाने वाले छात्र का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए उसने ट्रांसमीटर और रिसीवर का इस्तेमाल किया है जिसमें ट्रांसमीटर हेलमेट में लगाया जाएगा और उसका रिसीवर मोटरसाइकिल के लॉक में लगाया जाएगा। छात्र का कहना है कि जब वो घर से निकलता है तो उसने देखा कि किसी न किसी मोटरसाइकिल का स्टैंड उसे नीचे मिलता है और जब ये मोटरसाइकिल सवार से स्टैंड को ऊपर करने के लिए मोटरसाइकिल सवार से कहते हैं तो वो कोई ना कोई बहाना बना देते हैं।
छात्र का कहना है कि जब मोटरसाइकिल सवार उसके बनाए इस हेलमेट को लगाएगा तो उसकी बाइक स्टार्ट हो जाएगी और अगर मोटरसाइकिल सवार ने हेलमेट नहीं लगाया है तो उसकी मोटरसाइकिल स्टार्ट नहीं होगी। साथ ही इस छात्र का यह भी कहना है कि इस तकनीक को कार में भी इस्तेमाल किया जा सकता है जिसके लिए बस थोड़े से बदलाव की जरूरत होगी। साथ ही छात्र का कहना है कि उसकी कोशिश यही है कि वो प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर इस तकनीक को बाजार में ला सके जिसके जरिए सड़क पर होने वाले हादसों में कमी आ सके। साथ ही छात्र ने बताया कि कई लोग ऐसे होते हैं जो हेलमेट तो लगते हैं लेकिन उसकी क्लिप नहीं लगाते और जब उनका वाहन किसी दूसरे वाहन से टकराता है तो उनका हेलमेट सर से उतर कर नीचे गिर जाता है जिसका नतीजा यह होता है कि उनके सर में गंभीर चोट आ जाती है। छात्र का कहना है कि उसके बनाए इस विशेष हेलमेट के जरिए जब तक हेलमेट का क्लिप लगाकर पूरी तरीके से हेलमेट नहीं पहना जाएगा तब तक मोटरसाइकिल स्टार्ट नहीं होगी।
ज़ाहिर तौर पर कहा जाए तो दसवीं के छात्र कि ये पहल सराहनीय है जिसके जरिए उसकी कोशिश यही है कि आए दिन होने वाले सड़क हादसों में जान गंवाने वाले लोगों की तादाद में कमी लाई जा सके और हर व्यक्ति वाहन चलाने के दौरान एहतियात जरूर बरते और हेलमेट लगाकर अपनी जान को सुरक्षित रख सके। वहीं इस खास तरीके के हेलमेट को बनाने वाले इस दसवीं कक्षा के छात्र की कोशिश यही है कि प्रशासनिक अधिकारियों के जरिए इस तकनीक को बाजार में लाया जा सके जिससे सड़क हादसों में जान गवाने वाले लोगों की जान को बचाया जा सके।