Edited By Deepika Rajput,Updated: 07 Sep, 2019 10:54 AM
बसपा सुप्रीमो मायावती ने चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर पहले संपर्क टूट जाने पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों का साहस बढ़ाते हुए कहा कि ’इसरो’ ने अब तक जो भी सफलता प्राप्त की है वह गर्व करने लायक है।
लखनऊः बसपा सुप्रीमो मायावती ने चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर पहले संपर्क टूट जाने पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों का साहस बढ़ाते हुए कहा कि ’इसरो’ ने अब तक जो भी सफलता प्राप्त की है वह गर्व करने लायक है।
मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि चांद पर कदम रखने के लिए चंद्रयान-2 मिशन ने समस्त भारतीय जनमानस को रोमांचित किया है। इस संबंध में भारतीय वैज्ञानिकों खासकर ’इसरो’ के वैज्ञानिकों ने अब तक जो भी सफलता प्राप्त की है वह गर्व करने लायक है व उसकी सराहना की जानी चाहिए।
साथ ही, आगे बढ़ते रहने के लिए यह जरूरी है कि निराशा, हताशा व दुःखी कतई न हों और यह भी याद रहे कि ’गिरते हैं शहसवार मैदान-ए-जंग में, वह तिफ्ल (बच्चा) क्या गिरे जो घुटनों के बल चले’। वैज्ञनिकों को देशहित में काम करते रहने के लिए उनका हौसले बढ़ाते रहने की जरूरत है।
गौरतलब है कि भारत के चंद्रयान-2 मिशन को शनिवार तड़के उस समय झटका लगा, जब लैंडर विक्रम से चंद्रमा की सतह से महज दो किलोमीटर पहले इसरो का संपर्क टूट गया। इसरो ने एक बयान में कहा कि विक्रम लैंडर उतर रहा था और लक्ष्य से 2.1 किलोमीटर पहले तक उसका काम सामान्य था। उसके बाद लैंडर का संपर्क जमीन पर स्थित केंद्र से टूट गया। आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है।