Edited By Ramkesh,Updated: 28 Aug, 2024 01:12 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार को लेकर सख्त दिखाई पड़ती है, उसके बावजूद भी अधिकारी कर्मचारी की मनमानी से परेशान हो कर पार्टी के ही लोग सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। ऐसा ही ताजा मामला पीलीभीत से सामने आया है। जहां...
पीलीभीत: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार को लेकर सख्त दिखाई पड़ती है, उसके बावजूद भी अधिकारी कर्मचारी की मनमानी से परेशान हो कर पार्टी के ही लोग सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। ऐसा ही ताजा मामला पीलीभीत से सामने आया है। जहां पर बीजेपी विधायक के पिता और पूर्व मंत्री रामसरन वर्मा ने प्रदेश में करप्शन को लेकर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने भरे मंच से कहा मायावती शासन बीजेपी से कहीं अच्छा था। पूर्व विधायक ने कहा कि ...इससे अच्छी मायावती की सरकार थी, करप्शन तो कम था। इस बयान के बाद बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, यूपी के पीलीभीत में बीजेपी विधायक विवेक वर्मा के पिता और पूर्व मंत्री ने बीते दिन पीलीभीत की बीसलपुर मंडी में आवारा पशुओं, भ्रष्टाचार, गन्ना भुगतान सहित कई मांगों को लेकर बीजेपी सरकार में मंत्री रह चुके रामसरन वर्मा धरने पर बैठे थे। वह बीसलपुर सीट से मौजूदा विधायक विवेक वर्मा के पिता हैं। उन्होंने धरने के दौरान मंच से अपने विधायक बेटे की तरफ देखते हुए कहा कि अब तक जितने भी मुख्यमंत्री हुए हैं, उनमें योगी सबसे खराब हैं, इनसे अच्छी तो मायावती थीं, कम से कम उनके टाइम करप्शन तो कम था।
पूर्व विधायक ने अधिकारियों को दिया ज्ञापन
उन्होंने ने अधिकारियों को ज्ञापन दिया और धरना खत्म किया। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ सात सूत्रीय मांगों को लेकर मंडी परिसर में धरना दिया था। उन्होंने कहा कि मांगों का जल्द निस्तारण ना हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।